Cold and Cough: ठंड शुरू हो गई है. साल का यह मौसम ऐसा होता है जब अगर स्वास्थ्य की अनदेखी की जाए तो बीमारी शरीर को अपनी गिरफ्त में ले लेती है। खासकर सर्दी खांसी. सर्दियों में अगर सर्दी खांसी में बदल जाए तो परेशानी हो जाती है। सर्दी-खांसी से इंसान की हालत खराब हो जाती है। रात के समय सर्दी-खांसी विशेष रूप से परेशान करती है।लगातार खांसी-जुकाम होने से ठीक से नींद नहीं आती।
सर्दियों में जब सर्दी खांसी में बदल जाती है तो दवा से जल्दी ठीक नहीं होता। लेकिन आयुर्वेद में खांसी के लिए कुछ प्राकृतिक उपचार बताए गए हैं। इन उपायों की मदद से आप सर्दी खांसी से राहत पा सकते हैं। अगर आपको अभी-अभी सर्दी खांसी शुरू हुई है तो तुरंत राहत पाने के लिए इस आयुर्वेदिक उपाय को आजमाएं।
मुलेठी
मुलेठी एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो खांसी में बहुत फायदेमंद होती है। मुलेठी का काढ़ा बनाकर पीने से सर्दी-खांसी से राहत मिलती है।
तुलसी
खांसी के लिए तुलसी भी एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय है। आप तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर उसका अर्क बना सकते हैं और इसे नियमित रूप से पी सकते हैं। इस काढ़े को पीने से सर्दी-खांसी से राहत मिलती है।
शहद
शहद में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। गर्म पानी में शहद मिलाकर पीने या दूध में शहद मिलाकर पीने से गले की खराश और खांसी से राहत मिलती है।
लहसुन
लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं। लहसुन की एक कली चबाने या लहसुन की चाय पीने से सर्दी और खांसी से राहत मिलती है।