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रजाई या कंबल में मुंह ढककर सोने वालों से रहें सावधान! सेहत को होता है ये नुकसान, आज ही छोड़ दें ये आदत

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सर्दियों के मौसम में कड़कड़ाती ठंड से खुद को बचाने के लिए रजाई और कंबल के नीचे सोने का मजा ही कुछ और है। इस मौसम में लोग अक्सर कंबल या रजाई के बीच मुंह करके सोते हैं। लेकिन ये आदत आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है. इससे सर्दी से तो राहत मिलती है लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से यह आदत बहुत हानिकारक है। रजाई के अंदर मुंह ढककर सोने से आपकी सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं रजाई के नीचे मुंह ढककर सोने से क्या नुकसान होते हैं।

यह त्वचा के लिए हानिकारक है

सर्दियों में जब आप रजाई में मुंह ढककर सोते हैं तो रजाई में ऑक्सीजन प्रवेश नहीं कर पाती और अशुद्ध हवा रजाई से बाहर नहीं निकल पाती। प्रदूषित हवा में सांस लेने से आपकी त्वचा का रंग फीका पड़ सकता है। इसके अलावा यह त्वचा पर झुर्रियां भी पैदा कर सकता है। इसके अलावा सर्दियों में चेहरा ढककर सोने से भी व्यक्ति के शरीर में रक्त संचार ठीक से नहीं हो पाता है, जिससे चेहरे पर कील-मुंहासे की समस्या भी हो सकती है।

फेफड़ों के लिए हानिकारक

रजाई के नीचे चेहरा ढककर सोने से आपके फेफड़ों पर बुरा असर पड़ सकता है। दरअसल, रजाई के अंदर चेहरा ढककर सोने से फेफड़ों में हवा का संचार ठीक से नहीं हो पाता है, जिससे वह सिकुड़ने लगते हैं।

इससे अस्थमा, डिमेंशिया या सिरदर्द की समस्या बढ़ सकती है। साथ ही जिन लोगों को पहले से ही अस्थमा की समस्या है उन्हें भूलकर भी रजाई के नीचे चेहरा ढककर नहीं सोना चाहिए।

हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है

जो लोग रजाई के नीचे अपना चेहरा ढककर सोते हैं उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ सकता है। दरअसल, रजाई के अंदर चेहरा ढककर सोने से शरीर को उचित ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिसका सीधा असर दिल पर पड़ता है।

ऐसे में हार्ट अटैक के साथ दम घुटने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा रजाई के अंदर चेहरा ढककर सोने से भी चक्कर आने या जी मिचलाने की संभावना बढ़ जाती है।

रक्त संचार प्रभावित होता है

रजाई के नीचे चेहरा ढककर सोने से ब्लड सर्कुलेशन पर भी असर पड़ता है। दरअसल, जब कोई व्यक्ति पूरी तरह से रजाई ओढ़कर सोता है तो उसे पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिसके कारण शरीर उसमें मौजूद ऑक्सीजन का बार-बार उपयोग करता है। धीरे-धीरे जब रजाई के अंदर ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है तो इसका सीधा असर रक्त संचार पर पड़ता है, जिससे शरीर के हर हिस्से में उचित मात्रा में रक्त नहीं पहुंच पाता है।