लखनऊ, 19 नवंबर(हि. स.)। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित जल जीवन मिशन के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले 74 अधिकारियाें, अभियंताओं और वर्किंग एजेंसी का सम्मान हुआ। समारोह में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश, अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने वाटर टैंक स्मृति चिन्ह, पदक और सर्टिफिकेट देकर सभी अधिकारी, अभियंता को सम्मानित किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि जल जीवन मिशन के कर्मचारी अधिकारी के कार्य में कोई शिकायत नहीं आती है। ऐसे सभी को पहले धन्यवाद देता हूं। हम रैंकिंग में नीचे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमने कार्य किया। 2027 तक हमारा लक्ष्य हर घर तक नल और जल पहुंचाने का है।
स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि हर घर जल के लिए 14 प्रतिशत लक्ष्य से दूर हैं। इसे समय से करते हुए सेवा भाव से कार्य करना है। जल की पाइप बिछाने के बाद सौ प्रतिशत सड़क नहीं बनी, 99 प्रतिशत बनी। एक प्रतिशत सड़क न बनने से माहौल खराब होता है। यह सम्मान सामूहिक प्रयास का सम्मान है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी दिल की गहराई से बोलते हैं। पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के लिए कार्य करने के लिए चिंता करते हैं। उनके दिल में पीड़ा है। मैं जब भी गांव में जाता हूं तो कोई भी ग्रामीण जल जीवन मिशन के कोई कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाता है। एई जेई पर कोई आरोप नहीं लगता है। लेकिन एई जेई को किसी से घर पर नहीं मिलना चाहिए। इसी प्रदेश में बुंदेलखंड में बटोही में चावल चढ़ाकर मां, बेटे मर जाते थे। उनके लिए मोदी, योगी को चिंता है।
जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारी काे सम्मान की नींव उस दिन पड़ गई थी, जब बुन्देलखण्ड में कार्य आरंभ हुआ। बुंदेलखंड के निवासी कैसे अपनी प्यास बुझाते थे, महोबा में तो ट्रेनों से पानी आता था। बुंदेलखंड और विंध्य की प्यास बुझाने के लिए जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को राष्ट्रपति से सम्मान मिला है।
अपर मुख्य सचिव (नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति) अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि प्रधानमंत्री की योजना में जल जीवन मिशन को 31 दिसम्बर 2017 की रात में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जलशक्ति मंत्री के साथ बैठकर बुंदेलखंड के लिए योजना बनाई गई थी। तब जल जीवन मिशन को लागू नहीं किया गया था, फिर भी हम तैयार थे। जल जीवन मिशन में सभी साथियों का सहयोग मिला था और अब भी मिल रहा है। महोबा का चरखारी ब्लाक सौ प्रतिशत तक हर घर में जलयुक्त हो चुका है। इसी तरह जल्द ही सभी ब्लॉक ऐसे ही सौ प्रतिशत तक हर घर जल से जुड़ेंगे। बिना किसी व्यक्ति से मिले हुए पांच छह हजार करोड़ तक हमने सीधे खाते में पेमेंट किया है, इधर कुछ दिक्कतें है। जिसे दूर कर लिया जाएगा। हमारे दो नहीं, चार हजार हाथ हैं, जो आप सभी जल जीवन की टीम हैं।
प्रबंध निदेशक (जल निगम ग्रामीण) डॉ. राजशेखर, राज्य सूचना आयुक्त पी.एन.द्विवेदी सहित राज्य ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, नमामि गंगे के अधिकारी व कर्मचारी, ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न एजेंसी के लोग उपस्थित रहे।