Saturday , November 23 2024

‘विंटर ब्लूज़’ क्या है, और यह सर्दियों में होने वाली सांस की तकलीफ से किस प्रकार भिन्न?

083266b5bfb3b5548ead820c92c0cf48

कमर दर्द से राहत पाने के लिए योग को कारगर और सुरक्षित तरीका माना जाता है। गलत तरीके से बैठने, लंबे समय तक बैठे रहने या भारी सामान उठाने से अक्सर कमर दर्द की समस्या हो जाती है। ऐसे में कुछ खास योगासनों को नियमित रूप से अपनाकर इस दर्द से राहत पाई जा सकती है। यहां बताए गए पांच योगासन कमर दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

भुजंगासन

भुजंगासन कमर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और लचीलापन बढ़ाने में मदद करता है। इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और दोनों हथेलियों को कंधों के पास रखें और शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर उठाएं। गहरी सांस लें और कुछ देर इसी स्थिति में रहें। यह आसन पीठ के निचले हिस्से में तनाव को दूर करता है।

शलभासन

शलभासन कमर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को सक्रिय और मजबूत करने में मदद करता है। पेट के बल लेट जाएं, फिर दोनों पैरों और हाथों को एक साथ ऊपर उठाएं। इसी स्थिति में रहें और गहरी सांस लें। शलभासन कमर के निचले हिस्से में रक्त संचार बढ़ाता है और दर्द में राहत देता है।

मर्कटासन

मर्कटासन रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लाता है और पीठ दर्द को कम करता है। पीठ के बल लेटें और दोनों घुटनों को मोड़कर पैरों को एक तरफ घुमाएं। साथ ही सिर को विपरीत दिशा में घुमाएं। यह आसन पीठ के निचले हिस्से में तनाव को दूर करने में मदद करता है।

सेतु बंधासन

सेतु बंधासन कमर के निचले हिस्से में ताकत और लचीलापन बढ़ाता है। पीठ के बल लेट जाएं और दोनों घुटनों को मोड़कर पैरों को ज़मीन पर टिका दें। सांस छोड़ते हुए कमर और कूल्हों को ऊपर उठाएं। कुछ देर इसी स्थिति में रहें, फिर धीरे-धीरे नीचे आ जाएं।

अर्ध मत्स्येन्द्रासन

अर्ध मत्स्येन्द्रासन कमर और रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेच करता है और दर्द को कम करता है। बैठ जाएं और एक पैर मोड़ लें और दूसरे पैर को दूसरी तरफ रखें। फिर पैर को उल्टे हाथ से पकड़ें और कमर को मोड़ें। इससे कमर दर्द से राहत मिलती है।