यदि आपके घर में गैजेट या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बार-बार टूटते हैं, चिंता, अनिद्रा, डरावने सपने, सोते समय डर, कमजोरी या अत्यधिक आलस्य – ये सब राहु के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। वैदिक ज्योतिष में राहु को क्रूर ग्रह माना गया है। अगर कुंडली में राहु दोष हो तो जीवन में कई अशुभ घटनाएं घटने लगती हैं। जब राहु अशुभ फल दे रहा हो तो उसे शांत करने के उपाय करना जरूरी होता है। आइए जानते हैं राहु दोष से बचने के उपाय.
राहु दोष के लक्षण
नाखून और बालों की कमजोरी:
राहु के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति के नाखून और बाल कमजोर हो जाते हैं।
पालतू जानवर की मौत:
घर में पालतू जानवर या पक्षियों की अचानक मौत राहु की अशुभ छाया का संकेत है।
परिवार में कलह:
परिवार के सदस्यों के बीच अकारण झगड़े और पति-पत्नी के रिश्ते में दरार के कारण तलाक हो जाता है।
साँप का दिखना:
घर के आसपास बार-बार सांपों का दिखना राहु के अशुभ प्रभाव का संकेत देता है।
मानसिक अस्थिरता:
व्यक्ति का मन अस्थिर और भ्रमित हो जाता है। राहु दोष के कारण पेट संबंधी परेशानियां भी हो सकती हैं।
राहु दोष दूर करने के उपाय
शिवलिंग पर जल चढ़ाएं:
हर सोमवार और शनिवार को शिवलिंग पर जल और काले तिल चढ़ाएं। इससे राहु दोष शांत होता है।
मंत्र जाप: स्नान के बाद ‘ૐ राम राहुवे नम:’ मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे राहु की स्थिति में सुधार होता है।
जल में कुश डालकर स्नान करें:
जल में कुश डालकर स्नान करने से राहु दोष कम होता है।
काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं:
बुधवार से शुरू करके सात दिनों तक काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाने से राहु दोष का दुष्प्रभाव कम हो जाता है।
नीले कपड़े पहनें:
राहु दोष से प्रभावित लोगों को नीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए और शराब और मांस से परहेज करना चाहिए।
शिव की पूजा करें:
भगवान शिव की नियमित पूजा और शिव पुराण का पाठ करने से राहु के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। भगवान शिव की कृपा से राहु की महादशा का प्रभाव कम हो जाता है।