दिवाली साल का सबसे बड़ा त्यौहार है, दीयों के साथ-साथ खूब बम-पटाखे भी जलाए जाते हैं। इसमें कोई शक नहीं कि इससे हर गली-मोहल्ला जगमगा उठता है, लेकिन यह सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
खासकर बुजुर्गों और सांस लेने में दिक्कत वाले लोगों के लिए परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आपको दिवाली के बाद आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत, खांसी, सीने में जकड़न, थकान जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो राहत के लिए तुरंत ये उपाय करें।
आँखों को ताजे पानी से धोएँ
आंखों में जलन होने पर सबसे पहले आंखों को ताजे पानी से धो लें। इससे आंखों में जमा धूल और प्रदूषण के कण निकल जाएंगे, जिससे जलन धीरे-धीरे कम हो जाएगी।
भाप से पकाएँ
भाप लेने से सांस की नली में जमी गंदगी साफ होने लगती है, जिससे खांसी और सांस लेने की समस्या से राहत मिलती है। ऐसे में एक बर्तन में गर्म पानी लें और उसमें तुलसी या मेथी जैसी कुछ पत्तियां डालें। फिर सिर को तौलिए से ढककर भाप लें।
नमक के पानी से गरारे करें
अगर आपको गले में खराश या खांसी है तो गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करें। यह एक प्राकृतिक उपाय है जो गले की सूजन को कम करता है।
अदरक और शहद का सेवन करें
अगर आपको हर समय खांसी और गले में खराश महसूस हो रही है, तो अदरक और शहद के मिश्रण का सेवन करें। इसके लिए अदरक का एक टुकड़ा काटें, उसमें थोड़ा शहद मिलाएं और दिन में दो-तीन बार चूसें।
बाहर जाने से बचें
जब प्रदूषण का स्तर ज़्यादा हो तो बाहर जाने से बचें। अगर बहुत ज़रूरी हो तो मास्क पहनकर बाहर जाएँ, इससे आप बाहरी धूल और प्रदूषण से सुरक्षित रहेंगे।
डॉक्टर से परामर्श आवश्यक है
यदि इन उपायों से राहत न मिले तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, खासकर यदि लक्षण गंभीर हों या लंबे समय तक बने रहें।