इलेक्ट्रॉनिक ड्राइविंग लाइसेंस: दिल्ली सरकार स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) और वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) को इलेक्ट्रॉनिक कार्ड से बदलने की योजना बना रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये नए कार्ड आधार कार्ड की तरह ही प्रिंट किए जा सकेंगे। इनका इस्तेमाल करना आसान होगा।
नई योजना के लाभ
दिल्ली परिवहन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, इस योजना की समीक्षा की जा रही है, जिसे सबसे पहले राजस्थान सरकार ने पेश किया था। इस योजना का उद्देश्य स्मार्ट कार्ड प्रणाली को डिजिटल रूप में बदलना है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने वाहन पंजीकरण से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए यह योजना सामने रखी थी। उन्होंने पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) की डिलीवरी में होने वाली देरी पर चिंता जताई थी और इस पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
इलेक्ट्रॉनिक कार्ड सुविधाजनक होंगे
इलेक्ट्रॉनिक कार्ड लोगों के लिए बहुत सुविधाजनक होंगे। इसके तहत आवेदक खुद ही दस्तावेज प्रिंट कर सकेंगे, जैसे आधार कार्ड प्रिंट किया जाता है। इन कार्डों पर एक यूनिक आईडी और क्यूआर कोड होगा, जिसका इस्तेमाल ट्रैफिक पुलिस दस्तावेज सत्यापन के लिए करेगी। परिवहन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, इन इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों को डिजिलॉकर या एमपरिवहन ऐप के जरिए भी एक्सेस किया जा सकेगा। इससे लोगों को कभी भी अपने दस्तावेज दिखाने में परेशानी नहीं होगी और यह काम बहुत आसान हो जाएगा।
पिछले वर्ष लाखों लाइसेंस और आर.सी. जारी किए गए
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2023 से 2024 के बीच दिल्ली परिवहन विभाग ने मई तक 1.6 लाख ड्राइविंग लाइसेंस और 6.69 लाख रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी किए थे। इस नई योजना के तहत अब सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट ही जारी किए जाएंगे।
डिजिटल आर.सी. की ओर कदम
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने अधिकारियों को डिजिटल आरसी की सुविधा का अध्ययन करने का निर्देश दिया है। यह योजना दिल्ली के निवासियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए है। इसके तहत परिवहन सेवा पोर्टल पर दस्तावेजों का पीडीएफ प्रारूप उपलब्ध कराया जाएगा, जिसमें क्यूआर कोड के माध्यम से सत्यापन की सुविधा होगी। इसके साथ ही आवेदकों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर संबंधित लिंक भेजे जाएंगे, ताकि वे आसानी से अपने दस्तावेज प्राप्त कर सकें।