नई दिल्ली. दिवाली-छठ के दौरान ट्रेन में सीट मिलना भूखे को रोटी मिलने जैसा है. दरअसल, कई लोग 3 महीने पहले ही टिकट बुक करा लेते हैं. ऐसे में जिन लोगों को किसी इमरजेंसी की वजह से यात्रा करनी होती है या जिनकी छुट्टी ऑफिस से देरी से मंजूर होती है, उन्हें बमुश्किल ही कन्फर्म सीट मिल पाती है. त्योहारी सीजन में भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों को सुविधा देने के लिए भारतीय रेलवे कई स्पेशल ट्रेनें (फेस्टिव स्पेशल ट्रेनें) भी चलाता है, लेकिन फिर भी कई रूट्स पर कन्फर्म सीट नहीं मिल पाती है.
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इस स्थिति में कन्फर्म ट्रेन टिकट पाने की कोई तरकीब है। इसका जवाब है ‘हां’। भारतीय रेलवे ने कन्फर्म ट्रेन टिकट पाने के लिए ट्रेन अल्टरनेट ट्रेन अकॉमोडेशन स्कीम (ATAS) शुरू की थी। इस स्कीम के बारे में अभी भी कई यात्रियों को पता नहीं है। हम आपको नीचे इस स्कीम के बारे में बताएंगे।
ट्रेन वैकल्पिक आवास योजना (एटीएएस) क्या है?
अब यात्री आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से भी ट्रेन टिकट बुक कर सकते हैं। AI की मदद से ट्रेन बुकिंग की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए ATAS की शुरुआत की गई। इसे विकल्प योजना भी कहा जाता है। इस योजना का उद्देश्य यात्रियों को कन्फर्म टिकट उपलब्ध कराना है।
अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट बुक करता है और ATAS का विकल्प चुनता है. तो ATAS उस रूट की दूसरी ट्रेन में सीट दिलाने में मदद करता है. अब इसे ऐसे समझें कि अगर आप टिकट बुक करते समय सभी ट्रेनों की सीट उपलब्धता चेक करते हैं लेकिन किसी में भी कन्फर्म सीट नहीं मिलती है तो आप थक हार कर किसी भी ट्रेन की वेटिंग टिकट ले लेते हैं. कुछ समय बाद अगर किसी दूसरी ट्रेन में टिकट कैंसिल होता है तो ATAS आपको नोटिफिकेशन भेजकर बता देगा कि उस ट्रेन में कन्फर्म सीट उपलब्ध है. अब आप अपनी वेटिंग टिकट को दूसरी ट्रेन में ट्रांसफर कर सकते हैं और इस तरह आपको कन्फर्म सीट मिल जाएगी. यह योजना उन यात्रियों के लिए काफी फायदेमंद होगी जो इमरजेंसी में यात्रा कर रहे हैं.
आप विकल्प योजना का लाभ कैसे उठा सकते हैं?
ऑनलाइन टिकट बुक करते समय विकल्प योजना का सुझाव दिया जाता है। आपको इस विकल्प को चुनना होगा। अब आपको अपने रूट पर चलने वाली 7 ट्रेनों का चयन करना होगा। अगर आपने जिस ट्रेन में सीट बुक की है, उसमें कन्फर्म सीट उपलब्ध नहीं है और दूसरी ट्रेन में सीट उपलब्ध है, तो आपको दूसरी ट्रेन में सीट मिल जाएगी।
कृपया ध्यान दें कि यह ज़रूरी नहीं है कि विकल्प योजना का चयन करने के बाद आपको कन्फर्म सीट मिल ही जाए। आपको सीट तभी मिलेगी जब आपके द्वारा चुनी गई 7 ट्रेनों में से किसी में सीट उपलब्ध होगी। भारतीय रेलवे की यह सुविधा यात्रियों को ज़्यादा विकल्प देती है और यात्रा को आसान बनाने की भी कोशिश करती है।