मुंबई: सितंबर में 43.60 लाख और जुड़ने के साथ देश में डीमैट खातों की संख्या बढ़कर 17.54 करोड़ हो गई है। सीडीएसएल और एनएसडीएल डेटा से पता चलता है कि 2024 में हर महीने औसतन 40 लाख से अधिक डीमैट खाते जोड़े गए।
देश में सेकेंडरी मार्केट के साथ-साथ प्राइमरी मार्केट भी तेजी से बढ़ रहा है और पिछले महीने कुल 12 आईपीओ आए, जिसमें कंपनियों ने 11,058 करोड़ रुपये जुटाए। 2024 में अब तक कंपनियों ने 62 आईपीओ के जरिए 64511 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
सार्वजनिक पेशकश में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में निवेशक डीमैट खाते खोल रहे हैं। निवेशक भरना में शेयर पाने के लिए अपने परिवार के अधिक से अधिक सदस्यों के नाम पर अलग-अलग आवेदन करते हैं और इसके लिए अलग-अलग डीमैट खाते खोलने पड़ते हैं।
सितंबर 2023 में 30.70 लाख डीमैट खाते जोड़े गए, जिससे कुल डीमैट खातों की संख्या 12.96 करोड़ हो गई। 2024 के पहले नौ महीनों में 3.60 करोड़ डीमैट खाते जोड़े गए हैं।
एक विश्लेषक ने कहा कि डीमैट खातों की संख्या में भारी वृद्धि देश में खुदरा निवेशकों की इक्विटी निवेश में बढ़ती रुचि का संकेत देती है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 के अंत में घरेलू इक्विटी में घरेलू निवेश 128 ट्रिलियन रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023 में 84 ट्रिलियन रुपये था।