पड़ोसी देश पाकिस्तान में विधानसभा में विधायकों के बीच मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में विधायकों के बीच नोकझोंक हो रही है. ये वीडियो पाकिस्तान की सबसे अशांत विधानसभा खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा का है. सरकार और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद मामला एक बार फिर मारपीट तक पहुंच गया. फिर दोनों दलों के नेताओं के बीच लात-घूंसे, लात-घूंसे और शर्ट खिंचने की नौबत आ गई.
सदन की कार्यवाही स्थगित
विधानसभा में हंगामे के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी, लेकिन मामला थमता नहीं देख उन्होंने सत्र 14 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया. इससे पहले सत्र में मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने सदन को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों की हालिया कार्रवाई की आलोचना की और सरकार का बचाव किया. मुख्यमंत्री ने इस्लामाबाद में के-पी हाउस पर हुए हमले की निंदा करते हुए इसे प्रांत के सम्मान पर हमला बताया.
मारपीट का कारण?
जानकारी के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष की ओर से विपक्षी सदस्यों को बोलने का मौका नहीं दिया गया. तो वे क्रोधित हो गये और मारपीट करने लगे। विवाद तब बढ़ गया जब पीटीआई विधायकों ने कैबिनेट मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. यह बात मंत्री के समर्थकों को पसंद नहीं आयी. जिसके बाद सदन में भारी हंगामा शुरू हो गया और ऐसी स्थिति आ गई कि विधायकों के बीच मारपीट की नौबत आ गई.
विपक्ष ने लगाया आरोप
विधानसभा में विपक्ष के नेता पीपीपी के अहमद कुंदी ने अलग रुख अपनाया और सीएम पर खराब बयान देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रांतीय कानून व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी काम नहीं आयी. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष से 55 लाख बच्चों के स्कूल से बाहर होने के मुद्दे पर भी फोकस करने को कहा गया. तनाव बढ़ने पर सांसद विधायक और उनके रिश्तेदार समेत तीन लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। स्पीकर ने विवाद में शामिल दोनों सांसदों को बीच-बचाव करने और स्थिति को शांत करने के लिए अपने केबिन में बुलाया. व्यवस्था बहाल करने के प्रयासों के बावजूद, सत्र फिर से शुरू नहीं हो सका और विधानसभा भंग कर दी गई।