अगर सुबह की शुरुआत अच्छी हो तो पूरा दिन अच्छा गुजरता है। लेकिन अगर आप सुबह उठते ही कमजोरी महसूस करने लगेंगे तो पूरे दिन आपका मूड फ्रेश नहीं रहेगा। दरअसल, रात में 7-8 घंटे की नींद शरीर को आराम देने के लिए काफी है।
लेकिन कई लोगों को सुबह उठने के बाद भी थकान महसूस होती है, जैसे कि वे पूरी रात सोए ही नहीं हों। आज के समय में यह एक आम समस्या बन गई है, जिसका नकारात्मक प्रभाव दैनिक गतिविधियों पर पड़ता है। ऐसे में हम यहां इसके पीछे के कुछ संभावित कारण और कुछ टिप्स भी बता रहे हैं जिससे आप इससे छुटकारा पा सकते हैं।
न केवल नींद की मात्रा महत्वपूर्ण है, बल्कि उसकी गुणवत्ता भी महत्वपूर्ण है। अगर आप रात में बार-बार जागते हैं या रात को अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं, तो सुबह आपको थकान महसूस हो सकती है।
समाधान: सोने से पहले स्क्रीन का समय कम करें और नियमित सोने का समय निर्धारित करें।
अनियमित नींद का समय
यदि आप हर दिन एक ही समय पर नहीं सोते हैं, तो यह आपके शरीर की जैविक घड़ी को प्रभावित करता है। अनियमितता से नींद की गुणवत्ता भी खराब हो सकती है, जिससे सुबह उठने पर आपको थकान महसूस होती है।
समाधान- प्रतिदिन एक ही समय पर सोने और जागने का प्रयास करें।
तनाव और चिंता
दिन की चिंताएं और तनाव रात की नींद को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आप मानसिक रूप से परेशान हैं तो आपको गहरी नींद आने में परेशानी हो सकती है।
समाधान- ध्यान, योग या गहरी सांस लेने के व्यायाम से तनाव को प्रबंधित करें।
अस्वस्थ जीवन शैली
खान-पान की ख़राब आदतें, शारीरिक गतिविधि की कमी और अत्यधिक कैफीन का सेवन भी थकान का कारण बन सकता है। अस्वास्थ्यकर आहार आपके शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान नहीं करता है।
समाधान- संतुलित आहार लें, जिसमें फल, सब्जियां और प्रोटीन शामिल हों। साथ ही नियमित व्यायाम करें।
सोने से पहले भारी भोजन
रात में भारी खाना खाने से नींद में खलल पड़ सकता है। पाचन प्रक्रिया नींद को प्रभावित करती है, जिससे आप सुबह थके हुए उठते हैं।
समाधान- सोने से 2-3 घंटे पहले हल्का भोजन करें
ख़राब नींद का माहौल
आपकी नींद की स्थिति भी आपकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करती है। यदि आपका कमरा शोर या रोशनी से भरा है, तो नींद में खलल पड़ सकता है।
समाधान- अपने सोने के स्थान को शांत और अंधकारमय बनाएं। अगर आसपास बहुत शोर हो तो अपने काम को रुई से ढककर सोएं।
चिकित्सीय समस्या
कुछ चिकित्सीय स्थितियाँ जैसे थायरॉइड, एनीमिया, नींद संबंधी विकार भी थकान का कारण बन सकते हैं।
समाधान- अगर समस्या बनी रहे तो डॉक्टर से जांच कराएं।
शारीरिक गतिविधि का अभाव
शारीरिक गतिविधि की कमी से शरीर का ऊर्जा स्तर कम हो जाता है। व्यायाम के बिना आपका शरीर सुस्ती महसूस कर सकता है।
समाधान- हर दिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि शामिल करें, जैसे चलना, दौड़ना या योग करना।