भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण आज यानी 1 अक्टूबर से नए नियम लागू कर रहा है। इन नए नियमों का मकसद यूजर्स को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना, उन्हें स्पैम कॉल्स से बचाना और उनके इलाके में नेटवर्क की उपलब्धता की पहचान करना है। आइए जानते हैं क्या हैं ट्राई के नए नियम।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया आज यानी 1 अक्टूबर से नए नियम लागू कर रहा है। इन नए नियमों का मकसद यूजर्स को बेहतर सुविधाएं देना, उन्हें स्पैम कॉल्स से बचाना और उनके इलाके में नेटवर्क की उपलब्धता की पहचान करना है। आइए जानते हैं क्या हैं ट्राई के नए नियम।
आपके क्षेत्र में नेटवर्क उपलब्धता के बारे में जानकारी
टेलीकॉम कंपनियों द्वारा अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नेटवर्क उपलब्ध कराए जाते हैं। एक क्षेत्र में नेटवर्क की उपलब्धता दूसरे क्षेत्र से अलग हो सकती है। ऐसे में नए नियम के तहत यूजर्स अपने फोन पर ही यह जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। ट्राई के नए नियम के आने से अब यूजर्स यह पता लगा सकेंगे कि उनके क्षेत्र में कौन-कौन से नेटवर्क उपलब्ध हैं।
धोखाधड़ी करने वाले नंबरों की सूची बनाई जाएगी
ट्राई की ओर से स्पैम कॉल और एसएमएस को रोकने के लिए भी नए नियम लाए गए हैं। ट्राई के नए नियम के तहत टेलीकॉम कंपनियों को स्पैम कॉल की अलग से लिस्ट तैयार करनी होगी, ताकि फ्रॉड कॉल को रोका जा सके।
इसके अलावा 1 अक्टूबर से सभी यूजर्स को SMS के जरिए सिर्फ सुरक्षित URL आधारित लिंक ही मिलेंगे। TRAI ने सभी टेलीकॉम कंपनियों के लिए यूजर्स को सिर्फ सुरक्षित URL आधारित लिंक भेजना अनिवार्य कर दिया है। कई बार आप SMS के जरिए ऐसे लिंक पर क्लिक कर देते हैं जो फ्रॉड होते हैं। ऐसे में लिंक पर क्लिक करने से आपके साथ फ्रॉड हो सकता है। TRAI के नए नियम के तहत इस पर रोक लगेगी।