नई दिल्ली: भारत में हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं और इसके लक्षणों को हमेशा नजरअंदाज कर दिया जाता है। लेकिन हाल ही में एक नया शोध सामने आया है, जिसमें दावा किया गया है कि कान में दर्द और भारीपन दिल का दौरा पड़ने का ‘खामोश’ लक्षण भी हो सकता है। यह चौंकाने वाला खुलासा यूएस नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (एनसीबीआई) द्वारा प्रकाशित एक शोध में हुआ है।
इस शोध के मुताबिक, हार्ट अटैक के दौरान खून का थक्का बनने से न सिर्फ दिल की नसों में रुकावट आती है, बल्कि यह ट्यूमर कान की नसों तक भी पहुंच सकता है। इससे कान में दर्द, भारीपन या सुनने की क्षमता में कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
500 मरीजों पर शोध
शोधकर्ताओं ने 500 से अधिक हृदय रोगियों पर अध्ययन किया और पाया कि जिन लोगों को दिल का दौरा पड़ा, उनमें से 12% को कान की समस्या थी। उनमें से कई को कान में दर्द का अनुभव हुआ, जबकि कुछ को कान में भारीपन या सुनने की क्षमता में कमी की समस्या हुई।
विशेषज्ञों के मुताबिक
इस शोध के मुख्य शोधकर्ता डॉ. डेविड मिलर के अनुसार, कान में दर्द या भारीपन दिल का दौरा पड़ने का एक संभावित लक्षण हो सकता है, खासकर जब यह अचानक और बिना किसी स्पष्ट कारण के हो। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि कान में दर्द या भारीपन ही दिल का दौरा पड़ने का एकमात्र लक्षण नहीं है. यह अन्य समस्याओं जैसे कान में संक्रमण, साइनस या माइग्रेन का लक्षण भी हो सकता है। इसलिए असली कारण जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
शोध में यह भी पाया गया कि अक्सर दिल के दौरे के पारंपरिक लक्षण, जैसे सीने में दर्द या सांस लेने में कठिनाई, मौजूद नहीं होते हैं। ऐसे में कान में दर्द और भारीपन जैसे अनदेखे लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है। यह दिल के दौरे का संकेत हो सकता है, खासकर बुजुर्गों और मधुमेह रोगियों में। डॉ. मिलर का कहना है कि दिल के दौरे के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को इसके छिपे लक्षणों के बारे में शिक्षित करना महत्वपूर्ण है, ताकि सही समय पर इलाज किया जा सके।