ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी हुंडई की भारतीय इकाई हुंडई मोटर्स इंडिया देश का सबसे बड़ा आईपीओ ला रही है। ऑटो कंपनी ने सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कर दिए थे और अब उसे बाजार नियामक की मंजूरी मिल गई है. कंपनी की योजना आईपीओ के जरिए भारतीय शेयर बाजार से 3 अरब डॉलर के बराबर रकम जुटाने की है। इससे पहले एलआईसी को देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने का ताज हासिल हुआ था.
दो साल बाद ऑटोमेकर कंपनी का आईपीओ
यात्री वाहन बिक्री की मात्रा के आधार पर, वित्त वर्ष 2024 में मारुति सुजुकी के बाद हुंडई मोटर्स इंडिया कंपनी देश की सबसे बड़ी कंपनी है। मारुति सुजुकी का मार्केट कैप 48 अरब डॉलर के करीब है। मारुति सुजुकी का आईपीओ साल-2023 में आया था. 20 साल बाद भारत में किसी ऑटो निर्माता कंपनी का आईपीओ आ रहा है और इसका साइज मार्केट कैप अब तक लॉन्च हुए सबसे बड़े आईपीओ से भी ज्यादा है। जबकि हुंडई मोटर इंडिया आईपीओ से 18 से 20 अरब डॉलर के बीच मूल्यांकन का लक्ष्य रख रही है।
कंपनी 17.5 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है
अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बाद हुंडई देश में सबसे ज्यादा रेवेन्यू जेनरेट करती है। यह कंपनी IPO लाकर पूंजी जुटाएगी. साथ ही यह बाजार में तेजी लाकर अपनी क्षमता का विस्तार भी कर सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरियाई कंपनी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड में अपनी 17.5 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है। हुंडई ने अपने सार्वजनिक बाजार में प्रवेश को सुविधाजनक बनाने और इसे सफल बनाने के लिए कोटक महिंद्रा, मॉर्गन स्टेनली, जेपी मॉर्गन जैसे निवेश बैंकों को शामिल किया है। सेबी की मंजूरी के बाद कंपनी जल्द ही हुंडई आईपीओ का प्राइस बैंड और अन्य जानकारियां साझा कर सकती है।
अभी तक का रिकॉर्ड LIC के नाम है
भारतीय आईपीओ बाजार के इतिहास में सबसे बड़ा इश्यू लाने का रिकॉर्ड एलआईसी के नाम है। एलआईसी ने साल-2022 में 2.7 अरब डॉलर जुटाने के लिए आईपीओ लॉन्च किया था। लेकिन ये रिकॉर्ड अब टूटने के करीब है. क्योंकि ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज कंपनी हुंडई मोटर्स आईपीओ लेकर आ रही है। बाजार नियामक सेबी ने इसे हरी झंडी दे दी है, जिससे जल्द ही हुंडई आईपीओ लॉन्च होने का रास्ता साफ हो गया है और इसके अगले महीने अक्टूबर-2024 में खुलने की उम्मीद है।