मदार (जिसे “अक्का” या “अर्क” भी कहा जाता है) आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में विभिन्न औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। अक्का पौधे की जड़ का उपयोग विभिन्न बीमारियों और समस्याओं, विशेषकर पुरुष जननांग समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है।
हालाँकि, इसके उपयोग में सावधानी बरतना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि अगर सही तरीके से उपयोग न किया जाए तो यह पौधा जहरीला हो सकता है।
अक्का जड़ के फायदे
अक्का जड़ का उपयोग पुरुषों में कुछ सामान्य व्यक्तिगत समस्याओं जैसे स्तंभन दोष, नपुंसकता और समय से पहले डिस्चार्ज के उपचार में किया जाता है। यह जड़ शरीर में रक्त परिसंचरण को बढ़ाती है और यौन प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।
उपयोग करने का सही तरीका
गाजर की जड़ का पेस्ट:
- अक्का की जड़ को सुखाकर उसका चूर्ण बना लें।
- इसे पानी या शहद के साथ मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें।
- इसे समस्या वाले स्थान पर धीरे-धीरे मालिश करें, लेकिन सावधान रहें कि इसे बहुत लंबे समय तक त्वचा पर न छोड़ें, क्योंकि इससे त्वचा में जलन हो सकती है।
अंडे का अर्क:
अक्का जड़ का अर्क बाजार में उपलब्ध है। आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसे 2-3 बूंद शहद के साथ मिलाकर लें। लेकिन मात्रा का ध्यान रखें और किसी विशेषज्ञ से सलाह लें।
पानी में उबालकर सेवन करें:
इसकी जड़ को पानी में उबालकर उसका अर्क बना लें। इसे छानकर ठंडा करके शहद के साथ पी सकते हैं। यह यौन क्षमता में भी सुधार कर सकता है।
सावधानी:
अक्का का पौधा जहरीला होता है, इसलिए इसका उपयोग करते समय बहुत सावधान रहें।
आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह के बिना इसका सेवन या उपयोग न करें।
इसे सीधे त्वचा पर लगाने से पहले पैच टेस्ट कर लें, ताकि त्वचा पर कोई एलर्जी या जलन न हो।