हिंदू धर्म में पितृ पक्ष को बहुत पवित्र माना जाता है। इस दौरान पितरों को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। दान देने की भी विशेष मान्यता है।
पितृपक्ष में श्राद्ध करना सबसे महत्वपूर्ण कर्म है। श्राद्ध में पितरों के नाम पर भोजन पकाया जाता है और ब्राह्मणों को दान दिया जाता है। तर्पण में जल से भरे पात्र में कुश घास पितरों को अर्पित की जाती है। ऐसा माना जाता है कि पितृ दोष के कारण व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध करने से पितृ दोष से राहत मिल सकती है। अब ऐसे में माता-पिता को खुश करने के लिए घर में कौन से पौधे लगाने चाहिए। जानिए ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से इसके बारे में.
पितृ पक्ष में शमी का पौधा लगाएं
पितृ पक्ष में शमी का पौधा लगाने का विशेष धार्मिक महत्व है। हिंदू धर्म में शमी के पेड़ को बहुत पवित्र माना जाता है। इसे लगाने से ना सिर्फ माता-पिता खुश होते हैं बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है। हनुमानजी को शमी का वृक्ष अत्यंत प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि हनुमानजी इसी पेड़ के नीचे तपस्या किया करते थे। इसलिए इस पेड़ को लगाने से हनुमानजी की कृपा और पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। शमी का पेड़ नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में बहुत कारगर माना जाता है। इसे घर में स्थापित करने से नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं और घर में शांति का माहौल रहता है। शास्त्रों के अनुसार शमी का पौधा पितृदोष दूर करने में सहायक होता है। इसे लगाने से माता-पिता प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है। शमी का पेड़ दीर्घायु और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। इसे लगाने से घर में रहने वाले लोगों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। पितृपक्ष के दौरान इस पेड़ को लगाने से व्यक्ति को पितरों की कृपा प्राप्त होती है।
पितृ पक्ष में पीपे का वृक्ष लगाएं
पीपे के वृक्ष में सभी देवताओं का वास माना जाता है। इसे धारण करने से सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। पितृ पक्ष के दौरान पिपला के पेड़ पर जल चढ़ाने और दीपक जलाने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और अपने वंशजों पर आशीर्वाद बरसाते हैं। मान्यता है कि पिपला के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
पितृ पक्ष में लगाएं बेलपत्र का पौधा
हिंदू धर्म में बेलपत्र के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है। इसे भगवान शिव को अर्पित किया जाता है। पितृ पक्ष में इस पौधे का विशेष महत्व है। भगवान शिव को बेलपत्र अत्यंत प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव पान के पत्तों से ही अपनी जटाएं बांधते हैं। इसलिए पितृपक्ष के दौरान बेलपत्र का पेड़ लगाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और पितरों की कृपा प्राप्त होती है। लपत्रा का पौधा पितृ दोष को दूर करने में सहायक माना जाता है। इसे लगाने से माता-पिता प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है।