बारिश का मौसम जहां एक ओर राहत और शांति लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर यह अपने साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं भी लेकर आता है। इस मौसम में सर्दी, खांसी और फ्लू जैसे सामान्य लक्षणों के साथ-साथ आंखों और त्वचा को भी नुकसान हो सकता है।
बरसात के मौसम में अधिक नमी और आर्द्रता के कारण कई बीमारियाँ होती हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम अपने शरीर, खासकर आंखों और त्वचा की देखभाल पर विशेष ध्यान दें। आइए जानते हैं इस मौसम में किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं और हम उनसे कैसे बच सकते हैं।
1. आंखों की समस्या:
बारिश के मौसम में आंखों की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। उच्च आर्द्रता, प्रदूषित पानी और आर्द्रता से बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। आंखों में जलन, लालिमा, खुजली और संक्रमण जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, बारिश का पानी अक्सर गंदा होता है, जिससे आंखों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
बचाव के उपाय:
– बारिश में बाहर निकलते समय आंखों की सुरक्षा के लिए धूप का चश्मा पहनें।
– आंखों में जलन या इंफेक्शन महसूस हो तो तुरंत आंखों को साफ पानी से धो लें।
– अपने हाथ अच्छी तरह धोएं और आंखों को छूने से बचें।
– किसी भी दवा या आई ड्रॉप का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
2. त्वचा संबंधी समस्याएं:
बारिश के मौसम में त्वचा संबंधी समस्याएं भी काफी आम हो जाती हैं। नमी के कारण फंगल संक्रमण, एक्जिमा और खुजली जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा गंदगी और बैक्टीरिया त्वचा पर पिंपल्स और एलर्जी का कारण बन सकते हैं। बारिश के पानी में मौजूद प्रदूषक तत्व त्वचा की नमी छीन लेते हैं, जिससे त्वचा शुष्क और बेजान हो जाती है।
बचाव के उपाय
– इस मौसम में त्वचा को सांस लेने का मौका देने के लिए हमेशा हल्के और सूती कपड़े पहनें।
– गीले कपड़े पहनने से बचें, इससे त्वचा पर फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।
-बारिश में भीगने के तुरंत बाद त्वचा को साफ और सूखा रखें।
– नहाने के बाद त्वचा को नम बनाए रखने के लिए मॉइस्चराइजर का प्रयोग करें।
– एंटी-फंगल पाउडर या क्रीम का उपयोग किया जा सकता है, खासकर उन क्षेत्रों पर जो पसीने से अधिक प्रभावित होते हैं।
3. सर्दी, खांसी और फ्लू का खतरा:
बारिश के मौसम में सर्दी, खांसी और फ्लू जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। लगातार बदलता मौसम और ठंडी हवाएं शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकती हैं, जिससे वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
बचाव के उपाय
– शरीर को गर्म और सूखा रखें। बारिश में भीगने से बचें और तुरंत कपड़े बदलें।
– प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए स्वस्थ और पौष्टिक भोजन खाएं।
– नींबू, संतरा और आंवला जैसे विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
– सर्दी-खांसी के लक्षण दिखने पर तुरंत तुलसी, अदरक और शहद जैसे घरेलू नुस्खों का सेवन करें।