नौ ग्रहों में कर्म फल दाता शनि का महत्वपूर्ण स्थान है। नौ ग्रहों में शनि ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जो प्रत्येक राशि में लगभग ढाई वर्ष तक रहता है। इस कारण शनि को एक राशि चक्र पूरा करने में 30 वर्ष तक का समय लग जाता है, जिसके कारण हर राशि के जातकों को कभी न कभी शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से जूझना पड़ता है। जब ग्रहों का राजकुमार यानि बुध 21 दिन में अपनी राशि बदलता है। वे किसी भी राशि में इससे अधिक समय तक नहीं रहते हैं।
जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा
वैदिक पंचांग के अनुसार इस समय बुध कन्या राशि में और शनि कुंभ राशि में हैं। हाल ही में 18 सितंबर 2024 को दोनों ग्रह एक दूसरे से 180 डिग्री पर मौजूद थे। कन्या और कुंभ राशि में मौजूद होने के कारण दोनों ग्रह एक-दूसरे के विपरीत थे, जो अपने आप में आश्चर्यजनक है। शनि और बुध की युति मेष सहित तीन राशियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी। आइए जानते हैं आने वाले समय में किस राशि को मिलेगी बुध और शुक्र की कृपा।
एआरआईएस
बुध और शनि की यह युति मेष राशि वालों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। युवा वर्ग करियर में उच्च पद प्राप्त कर सकते हैं। जिन लोगों की अपनी दुकानें हैं उनकी बिक्री में वृद्धि होगी, जिससे मुनाफा भी बढ़ेगा। व्यापारियों को भी लाभ की प्रबल संभावना है।
दुल्हन
इस राशि के जातकों को रुके हुए काम पूरे होने से व्यापार में विशेष लाभ मिलेगा। शनि और बुध की कृपा से नौकरी में चल रही परेशानियां खत्म हो जाएंगी। कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों को अपनी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का साथ आपके मन में करियर को लेकर चल रही उथल-पुथल खत्म कर देगा। प्रेम के मामले में भी कन्या राशि वालों के लिए यह समय अच्छा है।
मिन
मीन राशि वाले लोगों पर शनि और बुध की भी कृपा दृष्टि बनी रहेगी। ऑफिस के लोगों को हर काम में वरिष्ठों का पूरा सहयोग मिलेगा, जिससे आप बॉस द्वारा दिया गया काम समय पर पूरा कर लेंगे। पार्टनरशिप में काम करने वाले लोगों को विदेश से फायदा हो सकता है। इससे आर्थिक स्थिति पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह समय मीन राशि वालों के लिए अनुकूल है।