इटानगर, 07 सितंबर (हि.स.)। गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा के तहत जगद्गुरु शंकराचार्य (धर्म गुरु) अगले 27 सितंबर को देश में गौ हत्या पर रोक लगाने के लिए और गौ को राष्ट्र माता घोषित करने की खातिर जागरूकता अभियान पर लोगों को संबोधित करने के लिए इटानगर पहुंचेंगे।
देश भर में सभी धर्मों के श्रद्धालुओं में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से गाय को राष्ट्र माता का दर्जा देने, गाय की रक्षा करने और भारत को गौ हत्या से मुक्त बनाने के लिए राष्ट्रव्यापी गौ प्रतिष्ठा आंदोलन चलाया जा रहा है। यह बात ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य के प्रतिनिधि ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने आज अरुणाचल प्रेस क्लब (एपीसी) में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा 22 सितंबर से शुरू होकर 26 अक्टूबर तक चलेगी, जिसमें शंकराचार्य हिंदू श्रद्धालुओं के साथ सभी भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानी में गौ ध्वज की पवित्र स्थापना करेंगे।
यात्रा के सह-संयोजक गोभक्त विकास पाटनी ने बताया कि गौ प्रतिष्ठा आंदोलन समिति गाय की पवित्रता और सम्मान को बहाल करने तथा उसे ‘गौ माता’ का दर्जा दिलाने के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि 7-9 नवंबर को दिल्ली में गोपाष्टमी के अवसर पर गौ प्रतिष्ठा महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारत सरकार से गायों की सुरक्षा के लिए अलग मंत्रालय बनाने की अपील की जाएगी।
इस बीच, मुकुंदानंद ने कहा कि उक्त जागरूकता अभियान चलाकर उनका अन्य धार्मिक समूहों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं है। मुकुंदानंद ने कहा, “हमारा मुख्य उद्देश्य गायों की रक्षा करना है, जिनकी आबादी बेतरतीब वध के कारण तेजी से घट रही है।” अरुणाचल के बाद शंकराचार्य असम, कोहिमा और नगालैंड की ओर अपनी यात्रा जारी रखेंगे।