लंबी दूरी की मिसाइलों की मांग की
इस बीच ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन में सुरक्षा और शांति स्थापित करने के लिए लंबी दूरी के हथियारों की ज़रूरत है, ताकि रूस को रोका जा सके. उन्होंने कहा, हमें रूस के लोगों और सैनिकों को यह सोचने पर मजबूर करना होगा कि वे शांति चाहते हैं या पुतिन? ज़ेलेंस्की ने आगे कहा कि हमें न केवल यूक्रेन के विभाजित क्षेत्र पर, बल्कि रूस के क्षेत्र पर भी लंबी दूरी की इन मिसाइलों की आवश्यकता है, ताकि रूस को शांति वार्ता के लिए मजबूर किया जा सके।
कनाडा के रक्षा मंत्री ने ज़ेलेंस्की की मांग का समर्थन किया
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि अमेरिका कीव को सुरक्षा सहायता के लिए 250 मिलियन डॉलर देगा. कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने हथियारों की मांग पर ज़ेलेंस्की का समर्थन किया है। ब्लेयर ने कहा है कि वह ज़ेलेंस्की से सहमत हैं और उम्मीद करते हैं कि पश्चिमी सहयोगी भी ज़ेलेंस्की की मांगों को स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा, कनाडा के पास लंबी दूरी के हथियार नहीं हैं, इसलिए वह उन्हें खुद उपलब्ध नहीं करा सकता।
कुर्स्क अभियान को लेकर ज़ेलेंस्की का बड़ा दावा
उधर, रूस के कुर्स्क में चल रहे यूक्रेनी सैनिकों के ऑपरेशन को लेकर भी ज़ेलेंस्की ने बड़ा बयान दिया है। ज़ेलेंस्की ने कहा है कि अब तक कुर्स्क में मारे गए और घायल हुए रूसी सैनिकों की संख्या 6,000 तक पहुंच गई है. गौरतलब है कि 6 अगस्त को यूक्रेन ने अचानक रूस के कुर्स्क पर हमला कर दिया था. यूक्रेनी सेना ने कुर्स्क में रूस के 80 से ज्यादा गांवों पर कब्जा करने का दावा किया है. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह पहली बार है कि रूस ने किसी दूसरे देश से अपनी ज़मीन खोई है।
कुर्स्क में यूक्रेनी सेना की घुसपैठ के बाद रूस ने अपने हमले तेज़ कर दिए हैं
यूक्रेन के इस हमले से रूसी राष्ट्रपति पुतिन बेहद नाराज हैं, पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को चौंका देने वाला जवाब दिया जाएगा. कुर्स्क में यूक्रेनी सेना की घुसपैठ के बाद रूस ने अपने हमले तेज़ कर दिए हैं. पिछले कुछ दिनों में रूस ने यूक्रेन पर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं, जिससे यूक्रेन में भारी जनहानि हुई है।