सहरसा, 2 सितंबर (हि.स.)। बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव रणधीर यादव, किसान नेता नसीम उद्दीन एवं नौजवान नेता कुलानन्द कुमार ने जिला कृषि पदाधिकारी सहरसा को स्मार पत्र के माध्यम से सहरसा जिला को सुखाग्रस्त एवं अभावग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग बिहार सरकार से की।
किसान सभा के प्रांतीय संयुक्त सचिव रणधीर यादव ने कहा कि सहरसा जिले के किसान काफी कठिन परिश्रम एवं आर्थिक लागत के सहारे धान की खेती के साथ साथ खरीफ की फसल को लगाया। धान का बिचड़ा गिराने, रोपनी करने से लेकर अभी तक बारिश का अभाव रहा। सरकार की घोषणा हर खेत को पानी के लिए खेतों तक मुक्त बिजली का पहुंचाने की योजना आधी अधूरी ढ़ाक के तीन पात वाली कहानी साबित हो रही है। बाबजूद किसान मंहगी डीजल व डीजल पम्प के सहारे किसान अपनी फसल को बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। परन्तु धान पान नित्य स्नान में बारिश का अभाव फसल को बर्बाद कर रहा है। जैसे जैसे बारिश का समय बिताता जा रहा है और बारिश का घोर अभाव होता जा रहा है वैसे-वैसे किसान अपने खेतों एवं फसलों की बर्बादी देखकर हताश व निराश है।
प्रकृति पर आश्रित सहरसा का कृषि औसत बारिश का आधा बारिश भी नहीं होने के चलते किसानों के उम्मीद पर पानी फेर दिया है। किसान अपने भविष्य को सोचकर बिन पानी मछली की तरह छटपटा रहा है। ऐसी विषम परिस्थिति में सरकार की आर्थिक सहायता और मुआवजा ही किसान का सहारा हो सकता है। इसलिए बिहार राज्य किसान सभा जिला कमिटी सहरसा जिला कृषि पदाधिकारी के माध्यम बिहार सरकार से मांग करती है कि सहरसा जिले को सुखाग्रस्त एवं अभावग्रस्त घोषित घोषित कर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। नहीं तो किसान सभा आन्दोलन पर उतारू होगी।