मेरठ, 22 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा 23 अगस्त से कड़ी सुरक्षा के बीच होगी। मेरठ में इसके लिए 36 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। नकल माफिया और सॉल्वर गैंग को लेकर पुलिस की साइबर सेल, सर्विलांस सेल, एसटीएफ की टीमें अलर्ट मोड में है।
पेपर लीक के कारण निरस्त हुई उत्तर प्रदेश पुलिस की लिखित परीक्षा दोबारा कराई जा रही है। 23, 24, 26, 30 और 31 अगस्त को लिखित परीक्षा का आयोजन होगा। इसके लिए मेरठ में 36 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। मेरठ में एक पाली में 17400 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। मेरठ में कुल एक लाख 74 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए आएंगे। मेरठ जिले में गौतमबुद्धनगर, हापुड़, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, बिजनौर, अमरोहा तथा बिहार व मध्य प्रदेश के अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कोषागार से परीक्षा केंद्रों पर पेपर पहुंचाने के लिए 36 सेक्टर मजिस्ट्रेट की टीम बनाई गई है।
जिले के सभी केन्द्रों के केन्द्र व्यवस्थापक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, केन्द्र प्रभारी तथा कक्ष निरीक्षकों को एसएसपी डॉ. विपिन ताडा व दीपक मीणा ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। यातायात व्यवस्था के लिए एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र कुमार मिश्र ने सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए हैं। परीक्षा वाले दिन सभी परीक्षा केंद्रों के आसपास साइबर कैफे, फोटो स्टेट की दुकानें बंद रहेंगी।
एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा के अनुसार, इंटरनेट मीडिया की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। किसी को भी किसी प्रकार भी पेपर संबंधित सूचना आती है तो एसएसपी के नंबर पर कॉल कर बताएं। किसी भी प्रकार के भ्रम में न पड़ें। साइबर ठगी का शिकार न हों। पूरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह परीक्षा आयोजित की जा रही है।
नकल माफिया से निपटने की पूरी तैयारी
नकल माफिया और सॉल्वर गैंग से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने पुख्ता तैयारी की है। पुलिस की साइबर सेल, सर्विलांस सेल, यूपी एसटीएफ की टीमें मेरठ में अलर्ट मोड पर है। पांच दिन चलने वाली भर्ती परीक्षा को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। पांच दिन में दस पालियों में होने वाली परीक्षा में प्रश्न पत्रों के 15 सेट बनाए गए हें। ऐसे में कोई एक सेट लीक होने पर अभ्यर्थियों को दूसरा सेट वितरित कर परीक्षा कराई जाएगी। कौन सा सेट किस दिन की पाली में वितरित होगा, इसका निर्णय परीक्षा से दो घंटे पहले ही लिया जाएगा। लखनऊ और कलेक्ट्रेट के कंट्रोल रूम में परीक्षा को लाइव देखा जाएगा।
मेरठ जोन के एडीजी डीके ठाकुर के अनुसार, परीक्षा केंद्र पर केवल तीन लोगों केंद्र व्यवस्थापक, स्टेटिक मजिस्ट्रेट और सीओ के पास ही मोबाइल रहेंगे। ये तीनों भी एक ही कमरे में मोबाइल का प्रयोग कर सकते हैं। परीक्षा केंद्रों पर 50 फीसदी स्टाफ संबंधित स्कूल-कॉलेज का रहेगा और 50 फीसदी स्टाफ दूसरे स्कूल-कॉलेज का होगा।