सहरसा, 06 अगस्त (हि.स.)। मंगलवार को सिमरी बख्तियारपुर में पोस्टमास्टर जनरल पूर्वी प्रक्षेत्र मनोज कुमार द्वारा विभागीय भवन की जांच निरीक्षण कर सुधार कार्य पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि यहां चल रहे डाक सेवा आपके द्वार डाक चौपाल कार्यक्रम में भाग लेकर ग्रमीणों से लाभ की जानकारी ली है। उन्होंने कहा कि आम लोगों का खाता पोस्ट ऑफिस में खुले।इसको लेकर निरंतर प्रयास किया जा रहा है। सभी विभागीय अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण डाकघर में कम से कम 1250 सेविंग खाताधारी हो।इसका निर्देश दिया गया है।उन्होंने बताया कि सभी ग्रामीण लोगों का डाकघर में सेविंग खाता खुले, बच्चियों के लिए चल रही सुकन्या समृद्धि योजना में प्रत्येक बच्चियों का खाता खुले, सभी छात्रों का पोस्ट ऑफिस में खाता खोलने का निर्देश दिया गया है।उन्होंने कहा कि डाकघर में इंश्योरेंस योजना चल रही है जो कम प्रीमियम में अधिक मुनाफे का है। आम लोग इससे काफी लाभांवित हो सकते है। सभी को डाकघर में चल रहे इंश्योरेंस का लाभ लेना चाहिए।
उन्होंने बताया कि अब डाकघर में जमा पैसा देश के किसी भी कोने में उठाया जा सकता है।खाता नंबर मालूम नहीं रहने की स्थिति में थंब इंप्रेशन के माध्यम से 10 हजार रूपये तक की निकासी की जा सकती है।ज्ञात हो कि विभागीय जांच को लेकर पोस्टमास्टर जेनरल पूर्वी प्रक्षेत्र मनोज कुमार दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को सहरसा पहुंचे।जहां उन्होंने मुख्य डाकघर पहुंच विभागीय कार्यों का गहन निरीक्षण किया। साथ ही पिछले दिनों सहरसा डाक प्रमंडल में हुए दो करोड़ से अधिक गबन के मामले में चल रही सीबीआई जांच को लेकर नवहट्टा पोस्ट ऑफिस जाकर निरीक्षण किया।उन्होंने बताया कि यहां 97 लाख रूपये गबन में अबतक हुई कार्रवाई की जांच की गयी।
उन्होंने कहा कि जांच में विलंब होने से ऐसे कर्मियों का मनोबल बढ जाता है। ऐसे में तत्काल जांच होने से अधिकारियों एवं कर्मियों में सदा भय बना रहता है। सहरसा डाक प्रमंडल एवं सुपौल जिला के डाकघरों को मिलाकर पूर्व में डाक अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा लगभग साढे तीन करोड़ की राशि का गबन किया गया था।जिसमें सहरसा डाक प्रमंडल में दो करोड़ एक लाख 58 हजार की राशि का गबन किया गया था। जिसकी जांच सीबीआई को सौंपी गयी थी। जिसमें सहरसा डाक प्रमंडल से 17 अधिकारियों एवं कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया था।
जांच के दौरान दो मुख्य अभियुक्त शाखा डाकपाल राजेश कुमार एवं डाक सहायक को बर्खास्त कर दिया गया। जबकि सीबीआई ने अब तक 11 अधिकारियों एवं कर्मियों पर आरोप पत्र दाखिल किया है। हालांकि निलंबित कर्मियों की बर्खास्तगी भी किया गया है। जो जिले के विभिन्न डाकघरों में वित्तीय लेन देन वाले पदों पर कार्य कर रहे थे।इस मौके पर डाक अधीक्षक मनोज कुमार सहित अन्य मौजूद थे।