नमक का पानी छोटी और बड़ी आंतों को साफ करता है, इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करता है, शरीर को पुनर्खनिज बनाता है और पाचन को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है।
यह शरीर की सभी प्रणालियों को फिर से शुरू करने का एक शानदार तरीका है और जब शरीर भारी महसूस होता है, तो नमक का पानी शरीर को ऊर्जा देता है जिससे शरीर हल्का महसूस होता है।
सुबह उठकर नमक का पानी पीने या इससे गरारे करने से हैलिटोसिस यानी सांसों की दुर्गंध से राहत मिलती है। यह मुंह में दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारता है, जिससे मुंह से दुर्गंध से राहत मिलती है।
नमक का पानी गले में मौजूद बलगम और सूजन को भी दूर करता है, जिससे गले की खुजली से राहत मिलती है। गर्म नमक का पानी गले की खराश से भी राहत दिलाता है। इस प्रकार श्वसन तंत्र के संक्रमण में नमक का पानी बहुत फायदेमंद होता है।
नमक में सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे कई खनिज होते हैं जो मांसपेशियों के संकुचन की प्रक्रिया में मदद करते हैं। इसलिए मांसपेशियों की ऐंठन में नमक का पानी बहुत फायदेमंद साबित होता है।