वैदिक ज्योतिष के अनुसार राशि के साथ-साथ ग्रह-नक्षत्र भी समय-समय पर बदलते रहते हैं, जिसका प्रभाव मानव जीवन और देश-दुनिया पर पड़ता है। शुक्रवार, 1 नवंबर को ग्रहों का राजकुमार बुध विशाखा नक्षत्र से निकलकर अनुराधा नक्षत्र में गोचर करेगा। अनुराधा नक्षत्र का स्वामी शनि, कर्मफल का स्वामी और न्याय का देवता है।
वैदिक ज्योतिष में शनि और बुध को एक दूसरे का मित्र माना जाता है
वैदिक ज्योतिष में शनि और बुध को एक दूसरे का मित्र माना जाता है। बुध के नक्षत्र परिवर्तन से कुछ राशियों की किस्मत चमक सकती है। साथ ही इस राशि के जातक की संपत्ति में भी वृद्धि हो सकती है। आइए जानें ये भाग्यशाली राशियां कौन सी हैं…
मिथुन
बुध का नक्षत्र परिवर्तन आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी राशि का स्वामी बुध है। शनिदेव से इनकी मित्रता भी है। तो इस समय आपको कार्य और व्यापार में तरक्की मिल सकती है। साथ ही पारिवारिक जीवन भी सुखद रहेगा। आपको अपने पार्टनर से सहयोग मिलेगा। इस अवधि में आपको अप्रत्याशित धन लाभ हो सकता है। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. निवेश से लाभ के अवसर भी मिलेंगे।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का नक्षत्र परिवर्तन शुभ साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी राशि का स्वामी बुध है। तो इस समय आपकी आय में वृद्धि हो सकती है। धन और निवेश के मामलों में भी आपको लाभ मिलेगा। साथ ही जो लोग नौकरी की तलाश में हैं उन्हें नए और बेहतर मौके मिल सकते हैं। वहीं नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर सराहना मिलेगी। व्यापारियों को व्यापार में अच्छा मुनाफा मिल सकता है।
तुला
बुध का नक्षत्र परिवर्तन शुभ साबित हो सकता है। इस दौरान आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। साहस और पराक्रम में भी वृद्धि होगी। व्यक्तित्व आकर्षक होगा. इससे आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. बिजनेस या साझेदारी के क्षेत्र में आर्थिक लाभ हो सकता है। साथ ही इस दौरान नौकरीपेशा जातकों को कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। जूनियर्स और सीनियर्स का सहयोग मिलेगा. इस अवधि में आप कोई संपत्ति और वाहन खरीद सकते हैं।