पूर्णिया, 23 सितंबर (हि.स.)। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को विधायक शंकर सिंह और एसडीओ के नेतृत्व में एक टीम ने दौरा किया। पिछले तीन महीनों से बाढ़ की मार झेल रहे इलाकों में टीम ने कई पंचायतों का निरीक्षण किया और पाया कि लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
जुलाई से शुरू हुई बाढ़ सितंबर के पहले सप्ताह में कम होने लगी थी लेकिन गंगा नदी में आए तूफान के कारण दूसरे सप्ताह से फिर से तेजी से बढ़ गई। इससे लगभग 10 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जिनमें भौवा प्रबल, कोयली सिमडा पूरब, कोयली सिमडा पश्चिम, गोरियर पट्टी श्रीमाता, विजय लालगंज, विजय मोहनपुर, कांप, नाथपुर, डोभा मीलिक और भिखना शामिल हैं। बाढ़ के कारण न केवल निचले इलाके बल्कि ऊपरी इलाके की फसलें भी डूब गई हैं। करीब एक दर्जन स्कूल जलमग्न हो गए हैं, जिससे शिक्षा व्यवस्था बाधित हो गई है। कई गांवों में यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है और नावों की कमी के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।
सीओ शिवानी सुरभि ने बताया कि अंझरी टोपड़ा सड़क पर यातायात बहाल करने के लिए सुबह तक ईंट बिछाकर रास्ता खोलने का प्रयास किया जाएगा। विधायक शंकर सिंह ने नाव से कोशकीपुर और सिमडा क्षेत्र का दौरा किया और कहा कि उन्होंने डीएम से बात की है। डीएम ने जांच के बाद बाढ़ राहत देने का आश्वासन दिया है। विधायक ने बताया कि गंगा में आए उफान के कारण इस बार बाढ़ ने भयानक रूप ले लिया है। फसलों का सर्वे पहले ही किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि लोगों का जीवन नारकीय हो गया है और तत्काल बाढ़ राहत की आवश्यकता है। इस दौरान मुखिया पवित्री देवी, पूर्व मुखिया विवेकानंद सिंह, उप मुखिया सुमन कुमार सहित दर्जनों बाढ़ पीड़ित मौजूद थे।