गाजियाबाद: गाजियाबाद के वाहन मालिकों और ड्राइविंग लाइसेंस धारकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। अब क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) की 43 सेवाएं पूरी तरह से फेसलेस हो जाएंगी, जिससे लोग घर बैठे ही जरूरी काम करवा सकेंगे। इन सेवाओं में डुप्लीकेट आरसी, पता बदलवाना, डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस और फिटनेस सर्टिफिकेट की दूसरी कॉपी जैसी सुविधाएं शामिल हैं। दिवाली के बाद नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी कर ली गई है।
डेमो प्रक्रिया शुरू, जल्द लागू होगी व्यवस्था
आरटीओ में इस नए फेसलेस सिस्टम के लिए दो बैठकें हो चुकी हैं। अधिकारियों के मुताबिक अगले 8 से 10 दिन तक डेमो प्रक्रिया चलेगी और उसके बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। इस सिस्टम के तहत जनता को आरटीओ ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होगी और घर बैठे ही सारे काम ऑनलाइन किए जा सकेंगे। अभी तक 9 सेवाओं को फेसलेस किया गया है और अब इसे बढ़ाकर 43 किया जाएगा। कुल 58 सेवाओं को फेसलेस करने की योजना है, जिसमें कुछ कानूनी प्रक्रियाएं अभी भी लंबित हैं।
फेसलेस सेवाओं से लाभ बढ़ेगा
फेसलेस सेवाओं का सबसे बड़ा फायदा यह है कि लोगों को बिचौलियों और दलालों से मुक्ति मिलेगी। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि जब तक जनता खुद जागरूक होकर सीधे आवेदन नहीं करेगी, तब तक दलालों की व्यवस्था बंद नहीं हो सकती। फेसलेस सेवाओं के तहत आवेदन करने के बाद अगर क्षेत्रीय निरीक्षक द्वारा समय पर फाइल को खारिज या स्वीकार नहीं किया जाता है, तो ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
नवंबर के अंत तक शुरू हो जाएगा ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र
इसके अलावा गाजियाबाद में पहला ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर (डीटीसी) नवंबर के अंत तक खुलने की संभावना है। गुलधर के पास बन रहे इस सेंटर का 80 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। यहां परमानेंट लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को पहले टेस्ट पास करना होगा, जिसके बाद ही लाइसेंस जारी किया जाएगा। इस सेंटर में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए 108 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और समय-समय पर विभागीय निरीक्षण भी किया जाएगा।
पुराने वाहनों के पंजीकरण की प्रक्रिया जारी
इसके साथ ही 10 से 15 साल पुराने वाहनों का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड करने की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है। अधिकारियों के मुताबिक पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को हटाने के लिए यह कदम जरूरी है, जिससे शहर में प्रदूषण कम होगा। नई फेसलेस व्यवस्था लागू होने से गाजियाबाद के वाहन मालिकों को बड़ी राहत मिलेगी। इस डिजिटल क्रांति से न सिर्फ समय की बचत होगी बल्कि पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी। अधिकारियों का मानना है कि जितना ज्यादा लोग इस व्यवस्था का इस्तेमाल करेंगे, दलाली और बिचौलियों का खेल उतना ही खत्म होगा।