गणेश चतुर्थी 2024 स्थापना मुहूर्त: गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रव माह में सुद पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। इस दौरान बप्पा की विधिवत पूजा-अर्चना करने की परंपरा है। भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य का कारक माना जाता है। सभी देवी-देवताओं में बप्पा की पूजा सबसे पहले की जाती है। ऐसा माना जाता है कि देवताओं की पूजा करने के बाद ही उनकी पूजा की जा सकती है। आपको बता दें कि हर महीने की चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की पूजा करने की परंपरा है। लेकिन भाद्रव मास के सुद पक्ष में आने वाली चतुर्थी तिथि को बहुत खास माना जाता है। अनंत चतुर्थी के दिन हम बप्पा को विदाई देते हैं। अब ऐसे में इस साल गणेश चतुर्थी कब शुरू होगी? पूजा का शुभ समय कब है? इस त्यौहार का क्या महत्व है? इसके बारे में विस्तार से जानिए ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से
गणेश चतुर्थी और गणेश विसर्जन कब है?
पंचांग के अनुसार इस वर्ष गणेश चतुर्थी 06 सितंबर को दोपहर 03:01 बजे प्रारंभ हो रही है और 07 सितंबर को समाप्त होगी.
गणेश विसर्जन – माना जाता है कि अनंत चतुर्दशी (17 सितंबर) के दिन भगवान गणेश का विसर्जन किया जाता है।
गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त कब है?
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने का शुभ समय जानना बहुत जरूरी है। गणेश चतुर्थी के दिन आप सही शुभ समय पर बप्पा की पूजा कर सकते हैं.
- विजय मुहूर्त- 02:24 PM से 03:14 PM तक
- गोधूलि बेला मुहूर्त- शाम 06:35 से 06:58 बजे तक
- निशिता मुहूर्त – 11:56 PM से 12:42 PM तक
गणेश चतुर्थी पर कब है शुभ योग?
गणेश चतुर्थी के दिन शुभ योग में भगवान गणेश की पूजा करना बहुत फलदायी माना जाता है। इस योग में पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- ब्रह्म योग समय- सूर्योदय प्रातः 06:02 बजे से रात्रि 11:17 बजे तक
- इंद्र योग समय- रात्रि 11:17 बजे से अगले दिन तक
ज्योतिष शास्त्र में ब्रह्म और इंद्र योग को शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इस योग में भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा भाग्य में भी वृद्धि होती है।