अगर आप आलस से छुटकारा पाने के लिए हर रोज चाय पीते हैं तो कॉफी से भी आपको यह फायदा मिल सकता है। साथ ही इसे पीने से कई खतरनाक बीमारियों से भी बचाव होता है।
दुनिया में ज़्यादातर लोग कॉफ़ी पीते हैं, लेकिन भारत में चाय का क्रेज़ है। इसमें कोई शक नहीं है कि चाय आलस को तुरंत दूर भगाने में कारगर है, और मूड को तरोताज़ा रखती है। लेकिन स्वास्थ्य के नज़रिए से यह कॉफ़ी से कम फ़ायदेमंद है, ख़ासकर भारतीय घरों में इसे दूध और चीनी के साथ जिस तरह से बनाया जाता है।
अगर आप दिन में 3 कप दूध वाली चाय पीते हैं, तो इससे मोटापा, मुंहासे, पाचन संबंधी समस्याएं, चिंता, मधुमेह और हृदय संबंधी समस्याओं जैसी पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन कॉफी के मामले में ऐसा बिल्कुल नहीं है।
अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार, दिन में तीन बार कॉफी पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे आलस्य दूर होने के साथ ही हृदय रोग जैसी कई खतरनाक बीमारियों से बचाव भी होता है।
कैंसर की रोकथाम
कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं। खास तौर पर, कॉफी लिवर कैंसर और कोलन कैंसर के खतरे को कम करने में मददगार है।
मधुमेह का खतरा कम
कॉफी पीने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी कम होता है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रण में रहता है।
फैटी लीवर नहीं
फैटी लिवर में कॉफी पीने से सूजन समेत इसके लक्षण कम हो जाते हैं। इसलिए हेपेटाइटिस के मरीजों को बिना दूध वाली कॉफी पीने की सलाह दी जाती है।
दिल की बीमारी
कई अध्ययनों में पाया गया है कि नियमित रूप से कॉफी पीने से हृदय रोग का खतरा कम होता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप सिर्फ फिल्टर कॉफी ही पिएं क्योंकि अनफिल्टर्ड एस्प्रेसो में डाइटरपेन्स की मात्रा अधिक होती है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।