गणेश चतुर्थी: गणेश चतुर्थी को गणेश जयंती के नाम से भी जाना जाता है। महाराष्ट्र सहित पूरे भारत में 10 दिवसीय गणेश उत्सव गणेश चतुर्थी से शुरू होता है और अनंत चतुर्दशी यानी भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी तिथि को समाप्त होता है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को बुधवार के दिन हुआ था। इसी कारण से हर साल भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी या गणेश जयंती मनाई जाती है।
गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और उनकी पूजा करते हैं। इस साल गणेश चतुर्थी 6 सितंबर या 7 सितंबर को है, तो आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी की तारीख, पूजा और मूर्ति स्थापना का शुभ समय।
गणेश चतुर्थी कब है?
पंचांग के अनुसार गणेश चतुर्थी की सही तिथि के लिए भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि सूर्योदय के समय होनी चाहिए। जिस तिथि को सूर्योदय के समय चतुर्थी पड़ेगी उसी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी। इस आधार पर देखा जाए तो इस वर्ष भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 03:01 बजे से 7 सितंबर को शाम 05:37 बजे तक रहेगी।
गणेश चतुर्थी 2024 पूजा का शुभ मुहूर्त
- गणेश चतुर्थी के लिए पूजा का समय 7 सितंबर को सुबह 11:03 बजे से दोपहर 01:34 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त में करें गणपति की स्थापना
गणेश चतुर्थी के दिन आपको अभिजीत मुहूर्त में गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। यह समय घट स्थापना और मूर्ति स्थापना के लिए शुभ माना जाता है। उस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:54 बजे से 12:44 बजे तक है।
रवि और ब्रह्मयोग में होगी गणेश चतुर्थी पूजा
इस साल गणेश चतुर्थी की पूजा रवि और ब्रह्म योग में की जाएगी. चतुर्थी के दिन रवि योग सुबह 06:02 बजे से 12:34 बजे तक है, जबकि ब्रह्म योग सुबह 11:17 बजे तक है।
गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा का दर्शन न करें
गणेश चतुर्थी के दिन ही भाद्रपद की विनायक चतुर्थी होती है। इस दिन चंद्रमा का दर्शन नहीं करना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो आप पर झूठा कलंक लग सकता है। भगवान श्री कृष्ण पर रत्न चोरी का झूठा आरोप लगाया गया था। जिसकी कथा चतुर्थी से सम्बंधित है.