पनीर स्लाइस के नुकसानदायक प्रभाव क्या हैं: पनीर एक लोकप्रिय डेयरी उत्पाद है जिसका इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। इसका मलाईदार टेक्सचर और लजीज स्वाद हर किसी को आकर्षित करता है। आजकल पनीर स्लाइस का चलन काफी बढ़ गया है। बच्चों से लेकर कम उम्र के लोग इसे ब्रेड और सैंडविच में डालकर खाना पसंद करते हैं, लेकिन कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि पनीर स्लाइस हमारी सेहत के लिए अच्छी नहीं है। आइए भारत के मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट निखिल वत्स से जानते हैं कि इसे खाने से क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं।
पनीर के टुकड़ों के हानिकारक प्रभाव
1. उच्च सोडियम खाद्य पदार्थ
पनीर के स्लाइस के बारे में सबसे चिंताजनक बात यह है कि इनमें सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिससे उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। सिर्फ़ एक पनीर स्लाइस में 200 मिलीग्राम तक सोडियम हो सकता है।
2. कृत्रिम सामग्री
पनीर के स्लाइस अपनी चिकनी, सादी बनावट के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इसे प्राप्त करने के लिए इमल्सीफायर, स्टेबलाइजर और कृत्रिम रंगों को मिलाना पड़ता है। इनमें से कुछ एडिटिव्स के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं, जिसमें कुछ व्यक्तियों में पाचन संबंधी समस्याएं और एलर्जी शामिल हैं।
3. प्रसंस्कृत वसा
पनीर के टुकड़ों में अक्सर प्रोसेस्ड वसा होती है जिसे पनीर में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले वसा की तुलना में कम स्वस्थ माना जाता है। ये वजन बढ़ाने में योगदान दे सकते हैं और टाइप 2 मधुमेह जैसी बीमारियों के जोखिम को काफी हद तक बढ़ा सकते हैं।
4. पोषक तत्वों की कमी
प्राकृतिक पनीर की तुलना में पनीर के स्लाइस में कई पोषक तत्व नहीं होते हैं। इनमें विटामिन, खनिज और प्रोबायोटिक्स जैसे कम महत्वपूर्ण यौगिक होते हैं। अगर आप इसे सेहतमंद समझकर खाते हैं, तो भी आपको नुकसान उठाना पड़ेगा।
5. पर्यावरण को नुकसान
पनीर के स्लाइस अक्सर प्लास्टिक में पैक किए जाते हैं, जो दैनिक कचरे में योगदान देता है। इससे चिंता पैदा होती है कि इससे मल प्रदूषण बढ़ता है। इसकी पैकेजिंग में मौजूद रसायन पनीर में प्रवेश कर सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है।