एयर कंडीशनिंग साइड इफेक्ट: अत्यधिक गर्मी और धूप से राहत पाने के लिए कुछ लोग पंखे का सहारा लेते हैं, तो कुछ लोग एसी का। क्या आप जानते हैं कि आधुनिक जीवन में आराम की गारंटी देने वाले इन एसी से अनजाने में कितने स्वास्थ्य संबंधी खतरे पैदा हो जाते हैं?
जो लोग गर्मी से बचने के लिए पूरा दिन एसी की हवा में बिताते हैं, उन्हें सिरदर्द, खांसी, मतली और शुष्क त्वचा जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं कि एसी की हवा में ज्यादा रहने से सेहत को क्या खतरे हो सकते हैं।
डिहाइड्रेशन –
लंबे समय तक एसी की हवा में रहने से व्यक्ति डिहाइड्रेशन से पीड़ित हो सकता है। साथ ही ज्यादा देर तक एसी की हवा में बैठने से प्यास भी नहीं लगती। इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है. शरीर में पानी की कमी होने से सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या बढ़ जाती है।
रूखी त्वचा:
एसी की हवा में लंबे समय तक रहने से शरीर में नमी की कमी हो जाती है। इससे त्वचा शुष्क, फटी और सिकुड़ी हुई हो जाती है। इससे झुर्रियां और महीन रेखाएं दिखने लगती हैं।
मोटापा:
एसी का ज्यादा इस्तेमाल मोटापे की समस्या को और बढ़ा सकता है। क्योंकि कम तापमान के कारण व्यक्ति का शरीर अधिक सक्रिय नहीं हो पाता है। साथ ही शरीर की ऊर्जा का सही तरीके से उपयोग नहीं हो पाता और शरीर में चर्बी बढ़ने लगती है।
जोड़ों का दर्द –
लंबे समय तक एयर कंडीशनिंग के संपर्क में रहने से न केवल शरीर में दर्द होता है बल्कि जोड़ों में भी दर्द होता है। ठंडी हवा शरीर में ऐंठन पैदा करती है जिससे जोड़ों और कूल्हों में दर्द होता है।
दिमाग पर बुरा असर-
जब एसी का तापमान कम हो जाता है तो दिमाग की कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं. मस्तिष्क की क्षमता और कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है।