कंगना विवाद: बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज में देरी हो सकती है. दरअसल, पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान सेंसर बोर्ड ने साफ किया है कि इस फिल्म को अभी तक सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया है. जबकि फिल्म की रिलीज में सिर्फ 6 दिन बचे हैं.
फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ वकील ईमान सिंह खारा की ओर से याचिका दायर की गई थी, जिस पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. ईमान सिंह खारा का कहना है कि सेंसर बोर्ड ने कोर्ट में अपना जवाब दाखिल कर दिया है जिसमें उन्होंने साफ किया है कि इस फिल्म का रिलीज सर्टिफिकेट अभी तक जारी नहीं किया गया है. जवाब के मुताबिक, फिल्म के खिलाफ कई शिकायतें हैं. शिकायतें सुनने के बाद ही फिल्म को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
एसजीपीसी ने इस सीन को हटाने की मांग की
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि फिल्म में सिखों की छवि गलत तरीके से दिखाई गई है और एसजीपीसी को इस पर आपत्ति है. फिल्म के ट्रेलर में दिखाए गए जरनैल सिंह भिंडरावाला के किरदार पर आपत्ति है. फिल्म के कंटेंट को लेकर एक समस्या है. ये बदलना चाहिए. सिखों के बारे में गलत बयानबाजी हटाई जाए। फिल्म तब तक नहीं चलानी चाहिए जब तक वह पूरी तरह से बदल न जाए।
फिल्म के सेंसर सर्टिफिकेट को ब्लॉक करने पर कल कंगना रनौत ने भी अपना एक वीडियो जारी किया था, जिसमें कंगना ने दावा किया है कि सेंसर से धमकियां मिल रही हैं, जिसके चलते फिल्म की रिलीज रोक दी गई है.
कंगना ने कहा कि ऐसी कई अफवाहें हैं कि हमारी फिल्म इमरजेंसी को सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है। ये सच नहीं है. दरअसल, हमारी फिल्म को मंजूरी दे दी गई थी, लेकिन इतनी सारी जान से मारने की धमकियों के कारण इसका प्रमाणन रोक दिया गया है। सेंसर्स को कई तरह की धमकियां मिल रही हैं.