एस्ट्रो टिप्स: वास्तु शास्त्र व्यक्ति के जीवन में अहम भूमिका निभाता है। वास्तु शास्त्र में ऐसी कई बातों का जिक्र है जिन्हें अपनाकर जीवन से परेशानियां दूर की जा सकती हैं। इसके साथ ही कुछ नियम भी बताए गए हैं जिनका विशेष ध्यान रखना चाहिए। खास तौर पर सप्ताह के किस दिन क्या खरीदना है और क्या खरीदने से बचना है इसके बारे में विस्तार से बताया गया है। अगर चीजें खरीदते समय इस नियम का पालन किया जाए तो जीवन से परेशानियां दूर हो जाएंगी। और अगर इस नियम को ध्यान में नहीं रखा गया तो जीवन में इतनी समस्याएं पैदा हो जाती हैं कि उन्हें खत्म करना मुश्किल हो जाता है।
आइए आज हम आपको वास्तुशास्त्र के एक ऐसे ही महत्वपूर्ण नियम के बारे में बताते हैं। वास्तु शास्त्र बताता है कि नए जूते या चप्पल कब खरीदने चाहिए। वास्तु शास्त्र के इस नियम को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। यदि इस नियम का पालन न किया जाए तो सौभाग्य भी दुर्भाग्य में बदल जाता है। जीवन में सब कुछ ठीक होते हुए भी नई परेशानियां शुरू हो जाती हैं। अगर ऐसा नहीं होता है तो जूते खरीदने का यह नियम हमेशा याद रखें।
सप्ताह के किस दिन जूते चप्पल नहीं खरीदने चाहिए
वास्तु शास्त्र में कई ऐसी चीजों का जिक्र है जिन्हें कभी-कभी खरीदने से मना किया जाता है। जिनमें से एक है जूते और चप्पल. किसी भी प्रकार के फुटवियर की खरीदारी करते समय सप्ताह के दिनों को ध्यान में रखें। वास्तु शास्त्र के अनुसार अमावस्या, मंगलवार, शनिवार या ग्रहण के दिन भूलकर भी नए जूते या चप्पल नहीं खरीदने चाहिए। इस दिन नए जूते खरीदने से दुर्भाग्य आपका पीछा नहीं छोड़ेगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह का संबंध हमारे पैरों से होता है। आपने अक्सर बड़े-बुजुर्गों से यह बात सुनी होगी कि शनिवार के दिन नए जूते या चप्पल नहीं खरीदने चाहिए। शनिवार के दिन नए जूते या चप्पल खरीदने से शनिदोष बढ़ता है। इससे शनिदेव नाराज हो जाते हैं। शनिवार के अलावा मंगलवार और सोमवार भी जूते खरीदने के लिए सबसे खराब दिन हैं।
इस दिन जूते-चप्पल खरीदना शुभ होता है
वास्तु शास्त्र में इस बात का जिक्र है कि किस दिन जूते या चप्पल खरीदने और पहनने चाहिए। इस नियम के अनुसार नए जूते या चप्पल खरीदने के लिए शुक्रवार का दिन सबसे अच्छा है। इसी दिन नए जूते या चप्पल पहनना भी लाभकारी होता है। ऐसा करने से व्यक्ति पर शनिदोष नहीं बढ़ता और शनिदेव नाराज भी नहीं होते।