नई दिल्ली। सरकार ने 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत योजना) का लाभ देने की घोषणा की है। आयुष्मान योजना का संचालन करने वाली संस्था राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) इस योजना में बुजुर्गों के लिए और अधिक स्वास्थ्य पैकेज जोड़ने की जरूरत पर विचार कर रही है, ताकि बुजुर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। ऐसा होने पर बुजुर्ग पंजीकृत सरकारी और निजी अस्पतालों में ज्यादा बीमारियों का मुफ्त में इलाज करा सकेंगे। गौरतलब है कि पिछले महीने ही नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी बुजुर्गों को, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाने की घोषणा की थी। सरकार की इस घोषणा से देश के करीब 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों और करीब 4.5 करोड़ परिवारों को फायदा पहुंचने की उम्मीद है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने जानकारी दी है कि विस्तारित योजना को इस महीने के अंत तक लागू किया जा सकता है। इसका सीधा लाभ करीब 4.5 करोड़ परिवारों के छह करोड़ नागरिकों को मिलेगा। स्वास्थ्य लाभ पैकेज पर फैसला लेने वाली समिति इस बात पर विचार कर रही है कि आयुष्मान योजना में और कौन से स्वास्थ्य पैकेज जोड़े जा सकते हैं।
योजना का व्यापक कवरेज
मौजूदा योजना में 1,949 चिकित्सा प्रक्रियाएं शामिल हैं, जिनमें सामान्य चिकित्सा, सर्जरी, कैंसर और कार्डियोलॉजी जैसी 27 अलग-अलग चिकित्सा विशेषज्ञताएं शामिल हैं। इसके तहत लाभार्थियों को अस्पताल सेवाएं, दवाएं, डायग्नोस्टिक सेवाएं, भोजन और आवास निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं। अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती होने की सेवाएं भी इस आयुष्मान योजना के तहत कवर की जाती हैं।
5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज
जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड है, वे इसके जरिए 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकते हैं। 1 सितंबर तक आयुष्मान योजना के तहत 12,696 निजी अस्पतालों समेत कुल 29,648 अस्पताल सूचीबद्ध थे। यह योजना फिलहाल 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू है। हालांकि, दिल्ली, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है।