शारीरिक संबंधों से जुड़ी बातों को अक्सर टैबू के तौर पर देखा जाता है, लेकिन हाल ही में एक नई रिपोर्ट ने इस विषय पर खुलकर चर्चा की है। इस रिपोर्ट में दुनियाभर के हजारों लोगों की सेक्स लाइफ का खुलासा किया गया है। यह रिपोर्ट इंडियाना यूनिवर्सिटी के किन्से इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने तैयार की है, जिसमें अलग-अलग पीढ़ियों के लोगों द्वारा एक महीने में औसतन कितनी बार सेक्स करने की जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट के आंकड़े चौंकाने वाले हैं और बताते हैं कि जेनरेशन जेड (Gen Z) की सेक्स लाइफ पिछली पीढ़ियों के मुकाबले काफी कम सक्रिय है।
रिपोर्ट का शीर्षक है ‘डेटिंग की स्थिति: कैसे जेन जेड कामुकता और रिश्तों को फिर से परिभाषित कर रहा है’। यह रिपोर्ट फीलड नामक डेटिंग ऐप पर 3,310 से अधिक लोगों के डेटा पर आधारित है। इन प्रतिभागियों की उम्र 18 से 75 वर्ष के बीच थी और वे 71 अलग-अलग देशों से थे। उन्हें उनके यौन जीवन से जुड़े सवालों के जवाब देने के लिए सर्वेक्षण में शामिल किया गया था।
रिपोर्ट में दिए गए डेटा के अनुसार, औसतन, जेनरेशन Z प्रतिभागियों ने बताया कि उन्होंने पिछले महीने में केवल तीन बार सेक्स किया। दूसरी ओर, मिलेनियल्स और जेनरेशन X ने थोड़ा ज़्यादा सेक्स किया, इन दोनों पीढ़ियों ने पिछले महीने में पाँच बार सेक्स किया। बूमर्स ने भी पिछले महीने में औसतन केवल तीन बार सेक्स किया। यह डेटा दिखाता है कि जेनरेशन Z और बूमर्स की सेक्स लाइफ़ लगभग समान रूप से कम सक्रिय है।
जनरेशन जेड के कम शारीरिक संबंधों के पीछे क्या कारण है?
शोधकर्ताओं का कहना है कि जेन जेड पीढ़ी के लोगों के पास शारीरिक संबंध बनाने के लिए कम समय होता है क्योंकि वे अपने करियर और दूसरी चीजों पर ज़्यादा ध्यान देते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, “जेन जेड और बूमर्स दोनों की यौन आवृत्ति लगभग समान है, जो दर्शाता है कि सबसे कम उम्र और सबसे ज़्यादा उम्र के वयस्कों का यौन जीवन सबसे कम सक्रिय है।” इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि जेन जेड प्रतिभागियों में से लगभग आधे सिंगल थे, जबकि मिलेनियल्स, जेनरेशन एक्स और बूमर्स में से केवल एक-पांचवां (20%) सिंगल थे।
जेनरेशन Z के यौन अनुभव
हालाँकि जेनरेशन Z की सेक्स लाइफ़ कम सक्रिय है, लेकिन यह पीढ़ी बेडरूम में सबसे ज़्यादा रोमांचकारी भी है। रिपोर्ट में पाया गया कि जेनरेशन Z के 55% प्रतिभागियों ने फ़ील्ड ऐप जॉइन करने के बाद एक नई किंक की खोज की। इसकी तुलना में मिलेनियल्स में 49%, जेनरेशन X में 39% और बूमर्स में 33% लोग ऐसे थे।
एक महीने में संभोग की सही संख्या क्या है?
शोधकर्ताओं का कहना है कि संभोग की सही संख्या हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकती है। कुछ लोगों के लिए सप्ताह में एक बार संभोग करना पर्याप्त हो सकता है, जबकि दूसरों को यह कम लग सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप और आपका साथी दोनों संतुष्ट हों।