प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। आगामी 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ की संभावना को देखते हुए मेला क्षेत्र को ‘नो-वीकल जोन’ घोषित किया गया है। इसके अलावा, यातायात डायवर्जन प्लान भी तैयार किया गया है, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और सुगम यातायात सुनिश्चित किया जाए।
यातायात प्रतिबंध:
- 11 फरवरी शाम 4:00 बजे से मेला क्षेत्र में केवल आवश्यक एवं आकस्मिक सेवाओं के वाहन ही प्रवेश कर सकेंगे।
- 11 फरवरी शाम 5:00 बजे से पूरे प्रयागराज शहर को ‘नो-वीकल जोन’ घोषित कर दिया जाएगा, ताकि शहर में यातायात जाम से बचा जा सके।
- 12 फरवरी को स्नान संपन्न होने तक यह विशेष यातायात योजना लागू रहेगी।
महाकुंभ में कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं के वाहनों पर भी ये प्रतिबंध लागू होंगे। प्रशासन ने सभी से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और अधिकृत पार्किंग स्थलों का उपयोग करें, ताकि यह महत्वपूर्ण स्नान पर्व व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।
श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था
महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने 36 पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की है। श्रद्धालु इन पार्किंग स्थलों पर अपने वाहन खड़े करके पैदल संगम स्नान के लिए जा सकेंगे।
- संगम जाने के लिए मार्ग:
श्रद्धालु जीटी जवाहर मार्ग से प्रवेश कर काली सड़क और काली रैम्प से संगम अपर मार्ग होते हुए संगम तक पहुंचेंगे। - संगम से वापसी का मार्ग:
वापसी के दौरान श्रद्धालु अक्षयवट मार्ग से त्रिवेणी मार्ग होते हुए अपने गंतव्य की ओर जाएंगे।
प्रशासन ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस बल को अलर्ट कर दिया है और सभी अधिकारियों को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए हैं।
विभिन्न मार्गों से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था
1. अयोध्या-प्रतापगढ़ मार्ग से आने वाले श्रद्धालु
श्रद्धालु अपने वाहन शिव बाबा पार्किंग में खड़े करेंगे और संगम लोवर मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।
2. कानपुर-कौशाम्बी मार्ग से आने वाले श्रद्धालु
इन श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग स्थल:
- काली एक्सटेंशन प्लॉट नंबर 17 पार्किंग
- इलाहाबाद डिग्री कॉलेज मैदान पार्किंग
- दधिकांदो मैदान पार्किंग
श्रद्धालु जीटी जवाहर चौराहा होते हुए काली मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में पहुंचेंगे।
3. वाराणसी मार्ग से आने वाले श्रद्धालु
इन श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग स्थल:
- महुआ बाग थाना झूसी पार्किंग (अखाड़ा पार्किंग)
- सरस्वती पार्किंग झूसी रेलवे स्टेशन
- नागेश्वर मंदिर पार्किंग
- ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग
- शिव मंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग
श्रद्धालु छतनाग मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।
4. लखनऊ-कुंडा मार्ग से आने वाले श्रद्धालु
इन श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग स्थल:
- गंगेश्वर महादेव कछार पार्किंग
- नागवासुकी पार्किंग
- बक्शी बांध कछार पार्किंग
- बड़ा बागड़ा पार्किंग
- IERT पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी
श्रद्धालु नवास की मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में पहुंचेंगे।
5. जौनपुर मार्ग से आने वाले श्रद्धालु
इन श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग स्थल:
- चीनी मिल पार्किंग
- पूरे सूरदास पार्किंग, गारापुर रोड
- समयामाई मंदिर कछार पार्किंग
- बदरा सौनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग
श्रद्धालु ओल्ड जीटी मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।
6. मिर्जापुर मार्ग से आने वाले श्रद्धालु
इन श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग स्थल:
- देवरख उपरहार पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी
- टेंट सिटी पार्किंग (मदनुआ/मवईया/देवरख)
- ओमेंक्स सिटी पार्किंग
- गजिया पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी
श्रद्धालु अरैल बांध रोड से पैदल मेला क्षेत्र में पहुंचेंगे।
7. रीवा-बांदा-चित्रकूट मार्ग से आने वाले श्रद्धालु
इन श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग स्थल:
- नवप्रयागम पार्किंग (पूर्वी/पश्चिमी/विस्तार)
- एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग (यमुना पट्टी)
- महेवा पूरब/पश्चिम पार्किंग
- मीरखपुर कछार पार्किंग
श्रद्धालु ओल्ड रीवा मार्ग व न्यू रीवा मार्ग से होते हुए अरैल बांध से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।
श्रद्धालुओं से अनुरोध: यातायात नियमों का पालन करें
महाकुंभ में भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे निर्धारित नियमों का पालन करें।
- अनधिकृत स्थानों पर वाहन खड़ा न करें और केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों का उपयोग करें।
- प्रशासन के यातायात दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि जाम और अव्यवस्था से बचा जा सके।
- पैदल मार्गों का उपयोग करें और भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन का सहयोग करें।
महाकुंभ का यह महत्वपूर्ण स्नान पर्व भक्तों के लिए एक दिव्य और सुगम अनुभव बने, इसके लिए सभी श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की गई है।