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जेडीयू अध्यक्ष बनते ही नीतीश कुमार ने राम मंदिर पर साफ किया स्टैंड, जानिए उद्घाटन में शामिल होंगे या नहीं

राम मंदिर को लेकर सियासत तेज होने पर अब जेडीयू की ओर से बयान सामने आया है. पार्टी की कमान संभालते ही नीतीश कुमार ने मंदिर उद्घाटन में शामिल होने को लेकर बड़ा बयान दिया है.

जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा, अगर निमंत्रण मिला तो हमारी पार्टी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या राम मंदिर में आयोजित समारोह में बिना किसी हिचकिचाहट के शामिल होगी.

जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा है कि हमें अभी तक आमंत्रित नहीं किया गया है, लेकिन अगर आमंत्रित किया गया तो हमारी पार्टी बिना किसी हिचकिचाहट के भाग लेगी.

बता दें कि शुरुआती दौर में जब नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बने थे, तब बीजेपी के तीन प्रमुख मुद्दों – राम मंदिर, धारा 370 और समान नागरिक संहिता – को एजेंडे से बाहर रखना पड़ा था. उनके जैसे सहयोगियों की मांग.

जब केसी त्यागी से राम मंदिर पर नीतीश की पार्टी के बदले रुख को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उस वक्त मामला कोर्ट में लंबित था. लेकिन, जब सुप्रीम कोर्ट से फैसला आ गया है तो राम मंदिर पर सवाल उठाने का सवाल ही नहीं उठता.

कैबिनेट मंत्री राघवजी पटेल ने रोजिया वंथली रोड माइनर ब्रिज का उद्घाटन कियाकैबिनेट मंत्री राघवजी पटेल ने रोजिया वंथली रोड माइनर ब्रिज का उद्घाटन किया

यहां यह जानना भी जरूरी है कि जेडीयू का हिस्सा इंडिया ब्लॉक का गठन नीतीश की पहल पर हुआ था. जिसमें सीपीएम जैसी पार्टियों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने से साफ इनकार कर दिया है. कुछ अन्य साथियों ने भी इस पर नकारात्मक रुख अपनाया है.

कांग्रेस ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है. ऐसे में उस कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर जेडीयू का सकारात्मक बयान काफी अहम माना जा रहा है.