हिंदू कैलेंडर के अनुसार आज से छठ पर्व शुरू हो गया है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को शुरू हुई छठ पूजा चार दिनों तक चलेगी और 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर समाप्त होगी। पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य और चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. हिंदू धर्म के अनुसार छठ महापर्व बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य, लंबी उम्र और अच्छे भविष्य के लिए मनाया जाता है। इस दौरान माताएं 36 घंटे तक बिना पानी के व्रत रखती हैं। यह व्रत बहुत कठिन माना जाता है। इसलिए छठ पर्व के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि अशुभ परिणामों से बचा जा सके।
छठ पूजा के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
नये चूल्हे का प्रयोग करें
छठ पर्व के दौरान प्रसाद बनाया जाता है. इसके लिए नये चूल्हे का प्रयोग करना चाहिए। यदि आप गैस का उपयोग करते हैं, तो नया स्टोव लें। आपको बता दें कि छठ पर्व के दौरान इस्तेमाल होने वाले चूल्हे का दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
साफ-सफाई का ध्यान रखें
छठ पूजा के दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. छठ पूजा के दौरान इस्तेमाल होने वाली सभी सामग्रियों की साफ-सफाई का ध्यान रखें. प्रसाद बनाते समय पवित्रता का ध्यान रखें। साथ ही स्नान कर साफ कपड़े पहनकर प्रसाद चढ़ाएं।
सात्विक आहार का सेवन करें
छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. इस दौरान सात्विक भोजन का ही सेवन करना चाहिए। लहसुन, प्याज आदि का सेवन वर्जित है। ऐसा करने से छठी मैया सूर्य भगवान प्रसन्न होती हैं।
सिंधालुन का प्रयोग करें
छठ पूजा के व्रत में नमक से भरपूर भोजन बनाने की परंपरा है. लेकिन याद रखें कि काले या सफेद नमक की जगह सिंधालुन का इस्तेमाल करें।
नकारात्मक विचारों से दूर रहें
छठ पर्व में दृढ़ विश्वास का होना बहुत जरूरी है. साथ ही नकारात्मक ऊर्जा को अपने ऊपर हावी न होने दें।