
अक्सर कहा जाता है कि मेहनत का फल मीठा होता है,और इस बात को अभिषेक बच्चन से बेहतर कौन समझ सकता है। अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव और आलोचनाएं झेलने के बाद,अभिषेक बच्चन ने आखिरकार यह साबित कर दिया है कि वह इंडस्ट्री के सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक क्यों हैं।2025के प्रतिष्ठित हुंडई फिल्मफेयर अवॉर्ड्समें,उन्हें उनकी शानदार फिल्म”घूमर”के लिए’बेस्ट एक्टर इन अ लीडिंग रोल (क्रिटिक्स)’के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।एक कोच जो बन गया प्रेरणाआर. बाल्की द्वारा निर्देशित फिल्म “घूमर” में अभिषेक बच्चन ने एक सनकी और सख्त क्रिकेट कोच,पदम सिंह सोढ़ी’पैडी’का किरदार निभाया था। यह एक ऐसा किरदार था जिसके कई शेड्स थे – वह कठोर था,शराबी था,लेकिन अंदर से एक बेहतरीन मेंटॉर भी था,जो एक हाथ खो चुकी लड़की (सैय्यामी खेर) को दोबारा क्रिकेट के मैदान में खड़ा कर देता है।अभिषेक ने इस मुश्किल किरदार को इतनी सहजता और गहराई से पर्दे पर उतारा कि हर कोई उनकी एक्टिंग का कायल हो गया। उन्होंने एक कोच के जुनून,दर्द और उसकी उम्मीद को पर्दे पर जीवंत कर दिया। यह परफॉर्मेंस उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ परफॉर्मेंस में से एक मानी जा रही है।जब मंच पर छलका दर्द और खुशीयह अवॉर्ड अभिषेक बच्चन के लिए सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं,बल्कि उन सभी लोगों के लिए एक जवाब है जिन्होंने कभी उनकी काबिलियत पर शक किया था। जब अवॉर्ड के लिए उनके नाम की घोषणा हुई तो यह उनके लिए एक बेहद भावुक पल था। अपनी स्पीच में उन्होंने फिल्म की पूरी टीम,खासकर डायरेक्टर आर. बाल्की का शुक्रिया अदा किया,जिन्होंने उन पर यह भरोसा जताया।यह जीत अभिषेक के24साल के लंबे फिल्मी करियर की एक बड़ी उपलब्धि है,जो यह साबित करती है कि अगर आप अपने काम के प्रति ईमानदार और लगनशील हैं,तो सफलता एक दिन आपके कदम जरूर चूमती है।
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