Monday , November 10 2025

ऑपरेशन ब्लू स्टार पर चिदंबरम का बड़ा बयान ,फैसला सिर्फ इंदिरा गांधी का नहीं था

News India Live, Digital Desk: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर एक ऐसा बयान दिया है, जिसने सियासी गलियारों में एक नई बहस छेड़ दी है. उन्होंने कहा कि 1984 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में आतंकियों को बाहर निकालने के लिए की गई सैन्य कार्रवाई एक “गलत तरीका” थी और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को इस फैसले की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी.चिदंबरम ने यह बात हिमाचल प्रदेश के कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान कही. लेकिन सबसे अहम बात जो उन्होंने कही, वो ये थी कि इस ऐतिहासिक फैसले का दोष अकेले इंदिरा गांधी पर नहीं मढ़ा जा सकता.”यह एक सामूहिक फैसला था”पूर्व गृह मंत्री ने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार का निर्णय सिर्फ इंदिरा गांधी का व्यक्तिगत फैसला नहीं था. उन्होंने कहा, “यह सेना, पुलिस, खुफिया विभाग और सिविल सेवा का एक सामूहिक निर्णय था.उनका कहना था कि इतने बड़े ऑपरेशन का फैसला कोई एक व्यक्ति नहीं लेता, बल्कि इसमें पूरी सरकारी मशीनरी शामिल होती है. इसलिए, इसके लिए सिर्फ इंदिरा गांधी को दोषी ठहराना सही नहीं है.चिदंबरम ने अपनी बात रखते हुए कहा, “मैं मानता हूं कि स्वर्ण मंदिर को वापस पाने का यह एक गलत तरीका था… ब्लू स्टार एक गलत रास्ता था और मैं सहमत हूं कि श्रीमती गांधी ने उस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई.”उन्होंने कुछ साल बाद हुए एक और ऑपरेशन का जिक्र करते हुए कहा कि सेना को बाहर रखकर भी स्वर्ण मंदिर को सही तरीके से हासिल किया गया था.आज पंजाब की असल समस्या क्या है?इस चर्चा के दौरान चिदंबरम ने आज के पंजाब की स्थिति पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि अब पंजाब में खालिस्तान और अलगाववाद की राजनीतिक मांग लगभग खत्म हो गई है.उनके मुताबिक, राज्य की “असली समस्या” अब उसकी आर्थिक स्थिति है.यह बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि ऑपरेशन ब्लू स्टार कांग्रेस के इतिहास का एक बहुत ही संवेदनशील अध्याय रहा है. ऐसे में पार्टी के ही एक इतने वरिष्ठ नेता का यह कहना कि फैसला अकेले इंदिरा गांधी का नहीं था, कई नए सवालों को जन्म देता है.