आईटीसी होटल्स (ITC Hotels) के शेयरों को 5 फरवरी 2025 से सेंसेक्स और अन्य बीएसई इंडेक्स से हटा दिया जाएगा। यह फैसला आईटीसी होटल्स के आईटीसी लिमिटेड से अलग होने के बाद लिया गया है। इससे पहले, कंपनी को अस्थायी रूप से सेंसेक्स और अन्य इंडेक्स में शामिल किया गया था ताकि पैसिव फंड्स अपने पोर्टफोलियो को संतुलित कर सकें।
बीएसई (BSE) ने एक आधिकारिक नोटिस जारी कर बताया कि आईटीसी होटल्स के शेयरों की अलग से ट्रेडिंग 29 जनवरी को शुरू हुई थी।
आईटीसी होटल्स के शेयरों को इंडेक्स से क्यों हटाया गया?
1. लोअर सर्किट न छूने के कारण इंडेक्स से बाहर
- 29 जनवरी को जब आईटीसी होटल्स की अलग से ट्रेडिंग शुरू हुई, तो स्टॉक ने कटऑफ टाइम तक लोअर सर्किट नहीं छुआ।
- इसके चलते बीएसई ने 5 फरवरी को सभी सूचकांकों (Index) से कंपनी को हटाने का फैसला किया।
2. इंडेक्स फंड्स को मजबूरी में करना पड़ा 400 करोड़ का शेयर सेल
- बीएसई से हटने के कारण इंडेक्स-ट्रैकिंग फंड्स को करीब 400 करोड़ रुपये के शेयर बेचने पड़े।
- जब कंपनी को निफ्टी इंडेक्स से भी बाहर किया जाएगा, तो 700 करोड़ रुपये के और शेयरों की बिकवाली हो सकती है।
आईटीसी होटल्स के शेयर में गिरावट और ट्रेडिंग का हाल
- आईटीसी होटल्स का शेयर 165 रुपये पर बंद हुआ, जो कि 4.2% की गिरावट को दर्शाता है।
- 5 फरवरी से पहले शेयर की कुल ट्रेडिंग वैल्यू 700 करोड़ रुपये रही।
इसका मतलब यह है कि इंडेक्स से हटाए जाने का असर कंपनी के शेयर पर साफ देखा जा सकता है।
आईटीसी होटल्स के तिमाही नतीजे (Q3 FY25 Earnings Report)
अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में आईटीसी होटल्स का प्रदर्शन मिश्रित रहा।
1. नेट प्रॉफिट में उछाल
- कंपनी का नेट प्रॉफिट 74.35 लाख रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में 41.68 लाख रुपये था।
- यानी, सालाना आधार पर मुनाफे में बढ़ोतरी हुई है।
2. रेवेन्यू में मामूली बढ़त
- इस तिमाही में कंपनी की कुल इनकम 163.92 लाख रुपये रही।
- पिछले साल इसी अवधि में इनकम 160.27 लाख रुपये थी, यानी थोड़ी बढ़त दर्ज की गई।
3. खर्चों में बड़ी कटौती
- आईटीसी होटल्स का कुल खर्च 215.96 लाख रुपये से घटकर 64.56 लाख रुपये हो गया।
- यानी, खर्चों में बड़ी कटौती के चलते मुनाफे में सुधार देखने को मिला।