फिल्म इंडस्ट्री में हमेशा से ही एक से बढ़कर एक एक्टर को लोगों के बीच उतारा है। फिर चाहे वो दौर 70 के दशक का हो या फिर आज के दौर का ही क्यूं न हो। लेकिन आज हम बात कर रहें हैं उस फिल्म अभिनेता की जिन्होंने बॉलीवुड पर शुरुआत से ही अपना राज बनाकर रखा। हम बात कर रहे हैं लीजेंड एक्टर विनोद खन्ना (Vinod Khanna) की।
आज भले ही वो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उन्हें बॉलीवुड के सबसे हैंडसम एक्टर में से एक कहा जाता है। साल 2017 में विनोद खन्ना (Vinod Khanna) का कैंसर से निधन हुआ था। विनोद खन्ना (Vinod Khanna) का नाम इंडस्ट्री के उन एक्टर्स में गिना जाता है जिन्होंने अपनी फिल्मी पारी में कई उतार-चढ़ाव देखे। विलेन बनकर करियर की शुरुआत की और फिर हीरो बनकर फिल्मी परदे पर छा गए।
हालांकि इस दौर में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का फिल्म इंडस्ट्री में खूब बोल-बाला था। उस दौर में ये काफी बड़ी बात थी कि विनोद खन्ना ही एक ऐसे एक्टर के तौर पर उभर कर सामने आए थे जो अमिताभ बच्चन के टक्कर के थे। अभिनय का तेवर भी दोनों का एक सा था।
मगर ये एक इत्तेफाक ही समझिए कि अमिताभ बच्चन की ही छोड़ी हुई एक फिल्म विनोद खन्ना के करियर की सबसे बड़ी हिट साबित हुई। कहा जाता है कि फिल्ममेकर पहले फिल्म ‘कुर्बानी’ पहले अमिताभ करने वाले थे लेकिन बाद में फिल्म विनोद खन्ना को दे दी गई थी।
इस फिल्म से वो रातों रात स्टार बन गए थे। ये फिल्म साल 1980 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में विनोद खन्ना एक्ट्रेस जीनत अमान के अपोजिट नजर आए थे। फिल्म में फिरोज खान और अमजद खान भी अहम रोल में थे। फिल्म का गाना आप जैसा कोई मेरी जिंदगी में आए सुपरहिट साबित हुआ था।
फिल्म को दर्शकों का भी भरपूर प्यार मिला था और कुर्बानी साल 1980 की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी। दिग्गज अभिनेता विनोद खन्ना में सबको मोह लेने की एक कला थी। उनकी आकर्षक छवि के कारण हर कोई दीवाना था।
फिल्मी करियर के साथ साथ एक्टर अपनी पर्सनल लाइफ के चलते भी काफी चर्चा में रहे। विनोद खन्ना (Vinod Khanna) के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने दो शादियां की थी। विनोद खन्ना ने पहली अपनी कॉलेज की दोस्त और मॉडल गीतांजलि से की। विनोद खन्ना और गीतांजलि ने 1971 में शादी की थी।
शादी के शानदार समारोह में सिनेमा जगत की बड़ी-बड़ी हस्तियों ने शिरकत की थी। विनोद को कभी काम और परिवार के बीच सामंजस्य बैठाने में तकलीफ नहीं हुई। वे रविवार को हमेशा छुट्टी पर रहते थे ताकि फैमिली के साथ समय गुजार सकें।
दूसरी अपने से 16 साल छोटी कविता से की थी, लेकिन ओशो भक्ति के कारण उनकी शादी टूट गई। खबरों की मानें तो जब वह स्टारडम की ऊंचाई पर थे, तब आध्यात्मिक गुरु ओशो उन्हें ग्लैमर की दुनिया से दूर आध्यात्म में लेकर गए थे।
विनोद खन्ना (Vinod Khanna) के इस कदम ने न सिर्फ उनकी जिंदगी बदल दी, बल्कि उनसे सुपरस्टार का तमगा भी छीन लिया। पांच वर्ष तक संन्यासी जीवन जीने के बाद विनोद फिर से मुंबई आ गए और फिल्मी दुनिया में दोबारा कदम रखा। विनोद खन्ना की फिल्मों में फिर से जगह बनाने की कोशिश नाकाम रही।