भारतीय रेलवे ने यात्री ट्रेनों का किराया घटाकर प्री-कोविड स्तर पर कर दिया है। इससे आम जनता के लिए रेलवे में सफर करना सस्ता हो जाएगा.
Indian Rail Fare: लोकसभा चुनाव से पहले सरकार ने रेल यात्रियों को बड़ी राहत दी है. रेलवे द्वारा यात्री ट्रेन किराए को पूर्व-कोविड स्तर तक कम कर दिया गया है। सरकार के इस कदम से यात्री ट्रेन किराए में 40 से 50 फीसदी तक की कमी आ सकती है. इस फैसले को रेलवे से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है.
इन ट्रेनों के किराये पर पड़ेगा असर
आज यात्री ट्रेनों को ‘एक्सप्रेस स्पेशल’ और ‘मेमू/डेमू एक्सप्रेस’ ट्रेनों के नाम से जाना जाता है। अब इन ट्रेनों के लिए द्वितीय श्रेणी का किराया बहाल कर दिया गया है. रेलवे अधिकारियों की ओर से मुख्य बुकिंग आरक्षण पर्यवेक्षकों को इस बदलाव की अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. इसके बाद वो मेमू ट्रेनें जिनका नंबर शून्य से शुरू होता है. इनका किराया 50 फीसदी तक कम हो सकता है. यह बदलाव 27 फरवरी से देशभर में लागू हो गया है.
यह बढ़ोतरी कोरोना के समय में की गई थी
कोरोना महामारी के दौरान यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए सरकार ने पैसेंजर ट्रेनों का किराया एक्सप्रेस ट्रेनों से कम कर दिया था. इसके साथ ही चरणबद्ध तरीके से यात्री ट्रेनों को बंद कर दिया गया. इनकी जगह स्पेशल एक्सप्रेस और मेमू ट्रेनों ने ले ली। इस बदलाव के चलते ट्रेनों का न्यूनतम किराया 10 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया. ऐसे में कोरोना के बाद से यात्रियों को पैसेंजर ट्रेनों की जगह एक्सप्रेस ट्रेनों का किराया देना पड़ रहा था. कोरोना काल खत्म होने के बाद से ही यात्रियों की ओर से पैसेंजर ट्रेनों का किराया कम करने की मांग की जा रही थी, जिसे अब सरकार ने पूरा कर दिया है.
आपको बता दें, पैसेंजर ट्रेनों को छोड़कर किसी भी ट्रेन के किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सभी एक्सप्रेस, सुपरफास्ट और वंदे भारत ट्रेनों का किराया एक समान है।